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जिम्बाब्वे संकट: पूर्व राष्ट्रपति मुगाबे के खिलाफ संसद में महाभियोग प्रस्ताव पेश

जिम्बाब्वे में तख्तापलट के बाद सत्तारूढ़ पार्टी जिम्बाब्वे अफ्रीकन नेशनल यूनियन-पैट्रियॉटिक फ्रंट (जेडएएनयू-पीएफ) पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे के खिलाफ संसद में महाभियोग चलाने के लिए प्रस्ताव पेश किया है

Updated on: 21 Nov 2017, 08:10 PM

highlights

  • पूर्व राष्ट्रपति मुगाबे के खिलाफ संसद में महाभियोग प्रस्ताव पेश
  • मुगाबे के पूर्व उपराष्ट्रपति इमर्सन नांगागवा को बर्खास्त करने के बाद जिम्बाब्वे में राजनीतिक संकट

 

नई दिल्ली:

जिम्बाब्वे में तख्तापलट के बाद सत्तारूढ़ पार्टी जिम्बाब्वे अफ्रीकन नेशनल यूनियन-पैट्रियॉटिक फ्रंट (जेडएएनयू-पीएफ) पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे के खिलाफ संसद में महाभियोग चलाने के लिए प्रस्ताव पेश किया है। एसोसिऐट प्रेस के मुताबिक विपक्षी पार्टी ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया है।

मुगाबे पर महाभियोग चलाने का यह फैसला तब लिया गया, जब मुगाबे ने जिम्बाब्वे संकट को समाप्त करने के लिए पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया।

सत्तारूढ़ पार्टी ने मुगाबे पर महाभियोग प्रस्ताव लाने के लिए जो ड्राफ्ट तैयार किया है उसमें उन्हें देश में राजनीतिक अस्थिरता लाने और कानून का सम्मान नहीं करने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। ड्राफ्ट में पिछले 15 सालों से जिम्बाब्वे की गिरती अर्थव्यवस्था के लिए भी मुगाबे को ही जिम्मेदार बताया गया है।

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पूर्व राष्ट्रपति मुगाबे को उनकी पत्नी के द्वारा सत्ता पर कब्जा कर लेने के लिए भी आरोपी बनाया गया है।

मुगाबे पर संसद के संयुक्त संदन में महाभियोग चलाया जाएगा। इसके बाद 9 सदस्यों वाली सीनेटर्स की कमेटी 2 तिहाई बहुमत के साथ मुगाबे की बर्खास्तगी पर अपना फैसला सुनाएगी।

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