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जिम्बाब्वे संकट: पूर्व राष्ट्रपति मुगाबे को देश छोड़ने का अल्टीमेटम, नहीं तो चलेगा महाभियोग

सत्तारूढ़ पार्टी मिडडे ने मुगाबे को या तो देश छोड़ने या फिर उनपर लगे आरोपों का सामने करने का अल्टीमेटम दिया है।

Updated on: 20 Nov 2017, 07:30 PM

highlights

  • मुगाबे की मुश्किलें बढ़ी, सत्ताधारी पार्टी ने दिया देश छोड़ने का अल्टीमेटम
  • राज्य की सत्ताधारी पार्टी जानू-पीएफ ने मुगाबे को महाभियोग का सामना करने की चेतावनी दी है

नई दिल्ली:

जिम्बाब्वे में तख्तापलट के बाद पूर्व राष्ट्रपति राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।

सत्तारूढ़ पार्टी सत्ताधारी जानू-पीएफ ने मुगाबे को देश छोड़ने के लिए सोमवार तक का समय दिया है। ऐसा नहीं करने की स्थिति में उन्हें महाभियोग का सामना करना पड़ेगा।

गौरतलब है कि जिम्बाब्वे में सेना और सरकार के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव के बाद सेना ने राजधानी हरारे में मौजूद नैशनल ब्रॉडकास्टर्स जेडबीसी के दफ्तर को अपने कब्जे में कर लिया था।

इसके बाद सेना ने पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे को हिरासत में ले लिया था।

सेना के तख्तापलट के बाद जिम्बाब्वे की सत्तारूढ़ पार्टी जानू-पीएफ ने रविवार को राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे को नेता के पद से बर्खास्त कर दिया था।

गौरतलब है कि वाइस प्रेसिडेंट को बर्खास्त किए जाने के बाद जनरल कॉन्सटैनटिनो चिवेंगा ने राष्ट्रपति मुगाबे को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि सेना मुगाबे की पार्टी जानू-पीएफ में गंदगी की 'सफाई' करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।