विश्व बैंक ने कहा, सिंधु जल विवाद पर भारत-पाकिस्तान के बीच नहीं हुआ है कोई फैसला

विश्व बैंक का कहना है कि सिंधु जल विवाद को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच अभी तक कोई भी फैसला नहीं लिया गया है।

विश्व बैंक का कहना है कि सिंधु जल विवाद को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच अभी तक कोई भी फैसला नहीं लिया गया है।

author-image
abhiranjan kumar
एडिट
New Update
विश्व बैंक ने कहा, सिंधु जल विवाद पर भारत-पाकिस्तान के बीच नहीं हुआ है कोई फैसला

सिंधु नदी और भारत-पाकिस्तान का झंडा (फोटो कोलाज)

विश्व बैंक का कहना है कि सिंधु जल विवाद को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच अभी तक कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। इस मुद्दे को लेकर विश्व बैंक ने कहा कि किशनगंगा और रातले हाइड्रोइलेक्ट्रिक बिजली संयंत्रों को लेकर दोनों देशों के बीच चर्चा जारी है।

Advertisment

भारत और पाकिस्तान द्वारा इस मुद्दे पर दो दिवसीय बैठक होने के एख दिन बाद विश्व बैंक ने कहा था कि इस सप्ताह की शुरूआत में बैठकें सदभावना एवं सहयोग के लिए बुलाया गया था।

बैठक में कोई भी समाधान न निकलने के बाद दोनों पक्ष वाशिंगटन डीसी में सितंबर में एक बार फिर मिलने और इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सहमत हो गए हैं। इससे पहले विश्व बैंक कह चुका है कि जल विवाद दोनों देश आपसी सहमति से निपटाएं।

इसे भी पढ़ेंः 9 अगस्त को सपा मनाएगी 'देश बचाओ-देश बनाओ' दिवस

विश्व बैंक ने सिंधु जल से जुड़ी बैठकों में नतीजों की खबरों को गलत बताया है। बयान जारी कर कहा गया है कि विश्व बैंक यह साफ करना चाहेगा कि किशनगंगा और रातले हाइड्रोइलेक्ट्रिक बिजली संयंत्रों को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच चर्चाएं चल रही हैं।

इससे पहले जम्मू कश्मीर में किशनगंगा (330 मेगावॉट) और रातले (850 मेगावॉट) पनबिजली परियोजनाओं को रोकने के लिए पाकिस्तान ने भारत के डिजाइन पर सवालिया निशान उठाते हुए पिछले साल विश्व बैंक का रुख किया था।

इस समझौते को लकेर सवाल तब उठने लगा था जब पिछले साल सीमा पार से होने वाले आतंकवादी हमलों में तेजी आ गई थी। आतंकी घटना और जल संधि को लेकर पीएम मोदी ने पिछले साल कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।

इससे पहले दोनों देशों के बीच जारी जल विवाद को लेकर अमेरिकी ने मध्यस्थता करने से इंकार कर दिया था। अमेरिका ने कहा था कि दोनों देशों को आपसी बातचीत के माध्यम से मतभेद सुलझाना चाहिये।

सभी राज्यों की खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

Source : News Nation Bureau

Sindhu pakistan Indus Waters Treaty INDIA
      
Advertisment