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सऊदी अरब में महिलाओं की खुली किस्मत, 2 बड़ी मस्जिदों में 600 को मिली नौकरी

महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए लगभग 600 सऊदी अरब की महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है. सभी महिलाएं दो भव्य मस्जिदों में विभिन्न भूमिकाओं में कार्यरत होंगी. 

Updated on: 28 Sep 2021, 12:27 PM

highlights

  • महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
  • सभी महिलाएं अलग-अलग भूमिकाओं में कार्यरत होंगी
  • इसी साल मक्का-मदीना में पहरा देने के लिए नियुक्ति हुई थीं

 

 

नई दिल्ली:

महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए लगभग 600 सऊदी अरब की महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है. सभी महिलाएं दो भव्य मस्जिदों में विभिन्न भूमिकाओं में कार्यरत होंगी.  रिपोर्ट के अनुसार, दो पवित्र मस्जिदों के मामलों के लिए जनरल प्रेसीडेंसी ने कहा कि उसने अब तक अपनी एजेंसियों या सहायक एजेंसियों की लगभग 600 महिला कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया है. महिलाओं विकास मामलों के उपाध्यक्ष अल-अनौद अल-अबौद के नेतृत्व में महिला विकास मामलों की एजेंसी ने उन महिलाओं में से 310 को रोजगार भी प्रदान कर दी है. 

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रिपोर्ट में कहा गया है कि कमेलिया अल-दादी के नेतृत्व में लगभग 200 महिलाएं महिला वैज्ञानिक, बौद्धिक और मार्गदर्शन मामलों की एजेंसी के लिए काम करती हैं, जबकि बाकी महिला प्रशासनिक और सेवा मामलों की एजेंसी में काम करती हैं,  इस साल की शुरुआत में, सऊदी महिला सैनिकों को इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल मक्का और मदीना में पहरा देने के लिए नियुक्त किया गया था. सैन्य खाकी वर्दी पहने महिलाओं ने पहली बार मक्का की ग्रैंड मस्जिद में सुरक्षा स्थिति की निगरानी की, इस कदम की दुनिया भर में सराहना हुई। थी. मक्का में ग्रैंड मस्जिद-खाना-ए-काबा में महिला तीर्थयात्रियों और आगंतुकों की सेवा के लिए सैकड़ों महिलाओं को भी नियुक्त किया गया था. सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में देश में लागू की जा रही विजन 2030 योजनाओं के हिस्से के रूप में महिलाओं के लिए कई नए क्षेत्र खोले गए हैं. 
इससे पहले, सऊदी रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की थी कि पुरुष और महिला दोनों विभिन्न सैन्य पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं. पिछले साल दिसंबर में ही इरुहरम कार्यालय ने मस्जिद-उल-हरम के विभिन्न वर्गों में लगभग 1,500 महिलाओं की भर्ती की थी.