टिकटॉक ने क्यों अमेरिकी सरकार पर अभियोग लगाया, जानें यहां
इंटरनेट कंपनी टिकटॉक (Tik Tok) ने कैलिफोर्निया न्यायालय (California Court) को अभियोगपत्र देकर औपचारिक रूप से अमेरिकी सरकार पर आरोप लगाया है. टिकटॉक ने वक्तव्य जारी कर कहा कि अपने कानूनी हितों की रक्षा करने के लिए कंपनी ने यह फैसला किया है.
नई दिल्ली:
इंटरनेट कंपनी टिकटॉक ने कैलिफोर्निया न्यायालय को अभियोगपत्र देकर औपचारिक रूप से अमेरिकी सरकार पर आरोप लगाया है. टिकटॉक ने वक्तव्य जारी कर कहा कि अपने कानूनी हितों की रक्षा करने के लिए कंपनी ने यह फैसला किया है, क्योंकि अमेरिकी सरकार द्वारा जारी कार्यकारी आदेश अवैध है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 6 अगस्त को कार्यकारी आदेश जारी कर कहा कि टिकटॉक अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है.
कोई भी अमेरिकी व्यक्ति या उद्यम 45 दिनों में टिकटॉक और इसकी मूल कंपनी बाइट डांस के साथ कोई व्यापार नहीं कर सकता. 14 अगस्त को ट्रंप ने फिर से कार्यकारी आदेश जारी कर बाइट डांस से 90 दिनों में अमेरिका में टिकटॉक के सभी अधिकारों और हितों को त्यागने का आग्रह किया. लेकिन अमेरिका में टिकटॉक की मैनेजर वैनेसा पप्पस ने 20 अगस्त को कहा कि अब तक कोई सबूत नहीं मिला है कि टिकटॉक अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है.
अंत में टिकटॉक ने अमेरिकी सरकार पर अभियोग लगाने का फैसला किया. टिकटॉक ने अपनी वेबसाइट पर लिखा कि 10 करोड़ अमेरिकी लोग टिकटॉक का प्रयोग करते हैं, कंपनी में अमेरिकी कर्मचारियों की संख्या 1,500 से अधिक है और भविष्य में अमेरिका में रोजगार के 10 हजार से अधिक अवसर प्रदान किए जाएंगे. एक वाणिज्य कंपनी के लिए अमेरिकी सरकार पर अभियोग लगाना आसान नहीं है, लेकिन टिकटॉक के पास और कोई चारा नहीं था.
टिकटॉक ने आरोप लगाया कि अमेरिकी सरकार के कार्यकारी आदेश जारी करने की कार्यविधि अवैध है, जिससे कंपनी के संवैधानिक अधिकार को नुकसान पहुंचा है. अमेरिकी सरकार ने कहा कि कार्यकारी आदेश अंतर्राष्ट्रीय आपात आर्थिक अधिकार कानून के अनुसार जारी किया गया, लेकिन वास्तव में यह कानून का दुरुपयोग है. टिकटॉक ने अमेरिकी उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता और डेटा की रक्षा करने में कारगर कदम उठाए. सभी उपयोगकतार्ओं के डेटा अमेरिका और सिंगापुर में संरक्षित हैं. टिकटॉक ने इसे साबित करने के लिए अमेरिकी सरकार को तमाम दस्तावेज दिए. ट्रंप सरकार कोई सबूत नहीं दे सकती.
लेकिन कानून विशेषज्ञों का मानना है कि मुकदमा जीतना आसान नहीं है. क्योंकि इससे पहले विदेशी सरकारों और उद्यमों ने अमेरिका सरकार को चुनौती दी है, लेकिन सिर्फ थोड़ा समर्थन मिला. इसके अलावा, टिकटॉक और बाइट डांस पर दबाव डालने का ट्रंप सरकार का सही इरादा पूरी दुनिया में टिकटॉक पर पाबंदी लगाकर बाइट डांस के अंतर्राष्ट्रीय कंपनी बनने को रोकना है. ऐसी परिस्थिति में टिकटॉक अमेरिकी न्यायालय में अपने अधिकार को नहीं जीत सकता.
अमेरिका में आम चुनाव होने वाला है. इसकी पृष्ठभूमि और समय में चीनी उद्यमों पर दबाव डालने से जाहिर है कि ट्रंप बस राष्ट्रीय सुरक्षा के बहाने मतदाताओं को जीतना चाहते हैं.
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