पूरी दुनिया में कोरोना का कहर जारी है. एक साल से भी अधिक समय गुजर चुका है जब ये वायरस चीन से शुरू हुआ था. इस वैश्विक बीमारी की जांच में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. कोरोना वायरस कहां से शुरू हुआ, इसका पता लगाने के लिए डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों की एक टीम चीन के वुहान शहर जांच के लिए निकली थी लेकिन चीन ने इस टीम को जांच की इजाजत नहीं दी.
दरअसल डब्ल्यूएचओ के दो विशेषज्ञ वुहान के लिए निकले थे. इनमें से एक अपने घर के लिए निकल चुका है. दूसरा विशेषज्ञ की एशिया के एक देश में रुका हुआ है. बताया जा रहा है कि इन विशेषज्ञों को चीन वीजा नहीं दे रहा है. जानकारों का कहना है कि चीन दुनिया से कोरोना का सच छुपाने के लिए ये कर रहा है.
डब्ल्यूएचओ चीफ ने जताई नाराजगी
इस मामले में डब्ल्यूएचओ चीफ ने नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि चीनी सरकार के साथ हुए समझौते के बाद इंटरनेशनल साइंटिफिक टीम के सदस्य अपने-अपने देशों से चीन के लिए निकल चुके थे लेकिन वे इस बात से बेहद निराश हैं कि चीन के अधिकारियों ने अब तक इस जरूरी परमिशन्स को फाइनल नहीं किया है.
चीन लगातार जांच में डालता रहा है अड़ंगा
यह पहला मामला नहीं है जब चीन ने कोरोना के सच को दुनिया के सामने आने से रोकने के लिए अड़ंगा लगया हो. डब्ल्यूएचओ पिछले कुछ महीनों से 10 अंतराष्ट्रीय विशेषज्ञों को चीन भेजने की तैयारी कर रहा है ताकि कोरोना वायरस के अस्तित्व के बारे में पता लगाया जा सके और ये जाना जा सके कि आखिर जानवरों से इंसानों में ये खतरनाक वायरस ट्रांसफर कैसे हुआ.
Source : News Nation Bureau