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WHO की चेतावनी: अभी टला नहीं ओमीक्रॉन का खतरा, प्रतिबंधों को हटाना गलत होगा

WHO की अधिकारी मारिया वेन ने कहा, कई देशों में ओमीक्रॉन वेरिएंट की लहर का पीक आना अभी बाकी है. ऐसे समय में एक साथ सभी प्रतिबंधों का हटाना सहीं नहीं. 

Updated on: 02 Feb 2022, 07:44 AM

highlights

  • ऐसे समय में एक साथ सभी प्रतिबंधों को हटाना नहीं चाहिए: WHO
  • संक्रमण बढ़ने से मौत का आंकड़ा भी बढ़ सकता है
  • कोरोना प्रतिबंधों में धीरे-धीरे छूट दी जाए

जिनेवा:

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) को लेकर बार-बार सलाह दे रहा है कि अभी यह खतरा टला नहीं है.  WHO ने एक बार फिर कहा कि दुनिया के कई देशों में ओमीक्रॉन की लहर का  पीक आना अभी बाकी है. ऐसे में कोविड-19 प्रतिबंधों (Covid-19 Restrictions) में धीरे-धीरे छूट देनी होगी. मंगलवार को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की कोविड-19 पर बनी टेक्निकल लीड ने ऐसा सुझाव दिया है. WHO की अधिकारी मारिया वेन ने कहा, कई देशों में ओमीक्रॉन वेरिएंट की लहर का पीक आना अभी बाकी है. कई देशों में कोरोना वैक्सीनेशन की दर बेहद कम है और इन देशों की कमजोर आबादी को कोरोना वैक्सीन नहीं लगी है. हम सभी से यह अपील कर रहे हैं कि ऐसे समय में एक साथ सभी प्रतिबंधों को हटाना नहीं चाहिए.

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मारिया वेन के अनुसार, हमने हमेशा से सभी देशों से अपील की है कि कोरोना प्रतिबंधों में धीरे-धीरे छूट दी जाए. यह वायरस काफी शक्तिशाली है. वहीं WHO के महासचिव के अनुसार, कुछ देशों में यह धारणा बन रही है कि बेहतर वैक्सीनेशन दर और ओमीक्रॉन के कम घातक होने के कारण खतरा टल गया है. यह वेरिएंट अति संक्रामक जरूर है लेकिन अधिक घातक नहीं है. ऐसे में इससे ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है.  उन्होंने कहा कि, संक्रमण बढ़ने से मौत का आंकड़ा भी बढ़ सकता है.

मारिया ने कहा ​कि हालांकि हम यह नहीं कह रहे हैं कि फिर से लॉकडाउन लगाया जाए. मगर हम सभी देशों से यह आग्रह करते हैं कि वे अपने नागरिकों से कहें कि कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करें. वैक्सीनेशन ही सिर्फ एकमात्र हथियार नहीं है.  उन्होंने कहा, हमारी यह सोच बिल्कुल गलत है कि महामारी के खिलाफ हमने यह जंग जीत ली है.

WHO के इमरजेंसी चीफ माइक रियान ने सभी देशों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के ​लिए हर देश को अपने मौजूदा हालात का आकलन करके जरूरी कदम उठाना चाहिए. किसी देश की नकल कर कोरोना नियमों में ढील देना गलत होगा.