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कुरैशी ने जब भारत के संभावित हमले की बात कही तब बाजवा के 'पैर कांप रहे थे'

पाकिस्तान के एक वरिष्ठ विपक्षी नेता ने कहा है कि एक बैठक में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि यदि भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को नहीं छोड़ा जाता को भारत 'रात नौ बजे' पाकिस्तान पर हमला कर देगा.

Updated on: 29 Oct 2020, 04:16 PM

इस्लामाबाद:

पाकिस्तान के एक वरिष्ठ विपक्षी नेता ने कहा है कि एक बैठक में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि यदि भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को नहीं छोड़ा जाता को भारत 'रात नौ बजे' पाकिस्तान पर हमला कर देगा. विपक्षी नेता के अनुसार, जब कुरैशी यह कह रहे थे तब पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के पसीने छूट रहे थे और उनके 'पैर कांप रहे थे.'

भारत द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर 26 फरवरी को बम गिराने के बाद इस्लामाबाद में पैदा हुए तनाव को याद करते हुए पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के नेता सरदार अयाज सादिक ने इमरान खान सरकार द्वारा दी गई प्रतिक्रिया के लिए उनकी आलोचना की. दुनिया न्यूज पर बुधवार को आई खबर के अनुसार सादिक ने कहा कि विपक्ष ने सरकार का कश्मीर और वर्धमान समेत हर मुद्दे पर समर्थन किया है, लेकिन अब वह सरकार का समर्थन नहीं करेगा.

सादिक, पीएमएल-एन सरकार के समय नेशनल असेंबली के अध्यक्ष थे. उन्होंने संसद में बुधवार को ऐसा ही बयान दिया था कि विदेश मंत्री कुरैशी ने एक महत्वपूर्ण बैठक में कहा था कि यदि वर्धमान को नहीं छोड़ा जाता तो भारत “उस रात नौ बजे” पाकिस्तान पर हमला कर देता. सादिक के अनुसार कुरैशी ने कहा था कि 'अल्लाह के वास्ते हमें उसे छोड़ देना चाहिए.' भारतीय वायुसेना के 37 वर्षीय अधिकारी को 27 फरवरी को पाकिस्तानी सेना ने बंदी बना लिया था जब पाकिस्तानी विमानों के साथ हुई हवाई जंग में वर्धमान के मिग-21 बाइसन विमान को मार गिराया गया था.

भारतीय वायुसेना के विमानों ने 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र के बालाकोट में स्थित जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था. वर्धमान का विमान गिरने से पहले उन्होंने पाकिस्तान के एक एफ-16 विमान को मार गिराया था. पाकिस्तान ने उन्हें एक मार्च को भारत को सौंपा था. खबर के अनुसार, सादिक ने कहा कि जिस बैठक में विदेश मंत्री ने यह कहा कि उसमें पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और पीएमएल-एन के संसदीय नेता समेत जनरल बाजवा भी शामिल थे और सेना प्रमुख के “पैर कांप रहे थे” तथा उनके पसीने छूट रहे थे.

हालांकि, विपक्षी नेता ने यह नहीं बताया कि बैठक कब हुई थी. सादिक ने कहा कि वह व्यक्तिगत आलोचना नहीं करना चाहते, लेकिन जब सत्ता में बैठे लोग उन्हें 'मोदी का यार' कहकर बुलाते हैं तो उन्हें भी जवाब देना होगा.