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यूक्रेन में फंसे भारतीयों को हम रूसी क्षेत्र में ले जाएंगे- राजदूत डेनिस एल्पोव

पूर्वोत्तर यूक्रेन में भारतीयों पर ध्यान दें. हमारे विशेष समूह जो भारतीयों को रूसी क्षेत्र में ले जाएंगे, उन क्षेत्रों में लड़ाई के कारण भारतीयों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.

Updated on: 05 Mar 2022, 09:36 PM

नई दिल्ली:

यूक्रेन से अभी सारे भारतीयों को निकाला नहीं जा सका है. यूक्रेन में भारतीय राजदूत ने संदेश दिया है कि खार्किव और सूमी को छोड़कर यूक्रेन से 10,000 से अधिक लोगों को निकाला गया. हम सूमी को निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. पश्चिमी सीमाओं पर जाने वाले भारतीयों के लिए, कुछ और घंटों तक प्रतीक्षा करें, मैं आपको जल्द ही घर ले जाऊंगा. इस बीच भारत में रूस के राजदूत डेनिस एल्पोवने मीडिया से कहा कि, "पूर्वोत्तर यूक्रेन में भारतीयों पर ध्यान दें. हमारे विशेष समूह जो भारतीयों को रूसी क्षेत्र में ले जाएंगे, उन क्षेत्रों में लड़ाई के कारण भारतीयों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं; भारतीयों तक नहीं पहुंच पा रही ताकतें उन्हें उठाने का कोई उपाय नहीं है. उन जगहों पर मिलना होगा जिन पर हमला नहीं हुआ है." 

उन्होंने कहा कि रूस ने 100 बसें उपलब्ध कराई हैं और भारतीयों को बाहर निकालने का इंतजार कर रहा है. इस मुद्दे से निपटने और रूसी पक्ष के साथ कार्रवाई का समन्वय करने के लिए भारतीय दूतावास से राजनयिकों के एक समूह को बेलगोरोड भेजा गया है.

रूस-यूक्रेन युद्ध पर रूसी दूत ने कहा कि, "रूस-भारत संबंधों सहित पूरी दुनिया के लिए इसके परिणाम होंगे, यह किस हद तक परिलक्षित होगा, अभी नहीं कहा जा सकता. लेन-देन के संदर्भ में प्रभाव पड़ सकता है, प्रतिबंधों के संबंध में वित्तीय सहयोग की संभावना. भारतीयों के लिए यूक्रेन-रूस की स्थिति का लाभ उठाना समझ में आता है जब पश्चिमी साझेदार सहयोग करने से इनकार करते हैं.