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अपनी इज्जत बचाने के लिये पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने 2014 में हुए पेशावर हमले के बाद 5000 आतंकियों के बैंक अकाउंट सील किये हैं। साथ ही यह भी कहा है कि आतंकियों के खिलाफ वो रणनीतिक तरीके से कार्रवाई कर रहा है।
पाकिस्तान के आतंरिक मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, 'पाकिस्तान ने कट्टरपंथियों के बैंक अकाउंट सील कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहा है।'
उन्होंने कहा कि पेशावर में स्कूल पर हुए हमले के बाद संयोजित तरीके से कार्रवाई की जा रही है और 20 सूत्रीय राष्ट्रीय ऐक्शन प्लान तैयार किया है जिसे अमल में लाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, '20 सूत्रीय कार्यक्रम में कहा गया है कि आतंकवादियों और आतंकी संगठनों के खातों को सील कर दिया जाए।'
उनका दावा है कि पाकिस्तान सरकार ने 5000 संदिग्ध आतंकियों के खाते सील कर दिये हैं, जिससे उन्हें 30 मिलियन रुपये की चपत लगी है।
उन्होंने कहा, 'हम आतंकियों की नकेल कस रहे हैं और साथ ही उनके खातों को सील कर उनकी खतरनाक गतिविधियों पर भी रोक लगाई जा रही है।'
इसी तरह से 2000 आतंकियों के पहचान पत्र भी निलंबित करने के भी निर्देश दिये गए हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि स्पेन में होने वाली फाइनांशियल ऐक्शन टास्क फोर्स की बैठक होने वाली है। एफएटीएफ आतंकी फंडिंग पर नजर रखने वाली संस्था है। जिसकी जून में बैठक होने जा रही है। जहां उसे शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है।
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एफएटीएफ ने इस साल जनवरी में पाकिस्तान को एक नोटिस दिया था। जिसमें जानकारी मांगी थी कि उसने जमात-उत-दावा और जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद देने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की है। संस्था ने पाकिस्तान को यह साबित करने के लिए 3 महीने का समय दिया था।
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Source : News Nation Bureau
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