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आईएमएफ रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच 140 से अधिक अर्थव्यवस्थाओं का पूवार्नुमान घटाएगा

आईएमएफ रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच 140 से अधिक अर्थव्यवस्थाओं का पूवार्नुमान घटाएगा

Updated on: 15 Apr 2022, 11:35 AM

वाशिंगटन:

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रमुख ने कहा है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच वो अपने वैश्विक विकास पूवार्नुमान को संशोधित करेगा। उसके इस कदम से 143 देशों की अर्थव्यवस्थाओं की रैकिंग नीचे जा सकती है।

आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉजीर्वा ने आईएमएफ और विश्व बैंक की अगले सप्ताह होने वाली बैठक से पहले दिए बयान में कहा, इसे सीधे शब्दों में कहें तो हम एक संकट का सामना कर रहे हैं। पिछले सात हफ्तों में, दुनिया ने बड़े संकट का अनुभव किया है। पहले महामारी और फिर युद्ध। पिछले दो सालों में हमने जो प्रगति की है, इस संकट ने उसे खत्म कर दिया है।

जनवरी में जारी अपनी वल्र्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के मुताबिक, आईएमएफ ने पहले ही 2022 के वैश्विक विकास अनुमान को 0.5 प्रतिशत अंक से घटाकर 4.4 प्रतिशत कर दिया है, क्योंकि अर्थव्यवस्थाएं लगातार उच्च मुद्रास्फीति, रिकॉर्ड ऋण और अनिश्चितता से जूझ रही हैं।

आईएमएफ प्रमुख ने उल्लेख किया कि रूस-यूक्रेन संघर्ष ने आर्थिक तौर पर भारी नुकसान पहुंचाया है। ऊर्जा और खाद्य कीमतों को बढ़ा दिया है। यही नहीं, मुद्रास्फीति भी बढ़ गई है, जिससे लाखों परिवारों को नुकसान पहुंचा है, खासकर उन्हें जो पहले से ही कम आय और उच्च कीमतों से जूझ रहे थे।

जॉजीर्वा ने कहा, परिणामस्वरूप, हम 2022 और 2023 दोनों के लिए वैश्विक विकास और गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं। आपको बता दें कि आईएमएफ अगले मंगलवार, 19 अप्रैल को अपना विश्व आर्थिक आउटलुक जारी करेगा।

आईएमएफ प्रमुख ने कहा, हमारी प्राथमिकताएं यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करना, महामारी का सामना करना और मुद्रास्फीति और ऋण से निपटना है।

जॉजीर्वा ने कहा कि बढ़ती मुद्रास्फीति की स्थिति में, केंद्रीय बैंकों को निर्णायक रूप से कार्य करना चाहिए। ताकि कई चुनौतियों से निपटा जा सके। इसमें ऋण परिपक्वता बढ़ाने और विनिमय दर लचीलेपन का उपयोग करने से लेकर विदेशी मुद्रा हस्तक्षेप और पूंजी प्रवाह प्रबंधन जैसे उपाय शामिल है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.