भारत के भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मंगलवार को लंदन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक माल्या को गिरफ्तारी के तुरंत बाद जमानत भी मिल गई है।
मंगलवार को माल्या को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां पर माल्या पर कुछ और चार्जेस जोड़े जा सकते हैं।
जमानत के लिए विजय माल्या को कोर्ट में 60 हजार पॉन्ड का बोन्ड भरना पड़ा है। जमानत मिलने के बाद कोर्ट से बाहर निकले माल्या ने कहा मीडिया के सवाल पूछे जाने पर कहा, 'कोर्ट को फैसला करने दीजिए, मैं किसी कोर्ट से नहीं बच रहा है।'
विजय माल्या के केस में अब अगली सुनवाई कोर्ट में 20 नवंबर को होगी।
बता दें कि इससे पहले इसी साल विजय माल्या को अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान भी माल्या को गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बाद जमानत मिल गई थी। माल्या वेस्टमिंस्टर कोर्ट से मिली 4 दिसंबर तक जमानत पर चल रहे थे।
भारत सरकार माल्या के प्रत्यर्पण को कोशिश में लगातार लगी हुई है। दरअसल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई की टीम कुछ महीने पहले ही लंदन पहुंची थी। लंदन की अदालत में टीम ने माल्या के खिलाफ सबूत पेश किए थे।
बता दें कि भगोड़े विजय माल्या पर भारतीय बैंकों का 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है। माल्या काफी वक्त से लंदन में रह रहे हैं। माल्या पर कई दूसरे वित्तीय अपराधों के आरोप भी लगे हुए हैं।
माल्या पर सीबीआई ने दो मामले दर्ज किए हैं इसमें पहला आईडीबीआई बैंक का है दूसरा भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले बैंक समूह का।
ईडी की टीम ने लंदन में विजय माल्या के खिलाफ क्राउन प्रोसीक्यूशन कार्यालय के समक्ष 5,500 पृष्ठ के आरोप-पत्र व कुछ अन्य दस्तावेज जमा किया था।
HIGHLIGHTS
- विजय माल्या को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लंदन पुलिस ने किया गिरफ्तार
- गिरफ्तार होने के बाद कोर्ट ने फिर दी जमानत