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जानिए, अब कैसे टमाटर और अंडे से बनेंगे वाहनों के टायर!

शोधकर्ता कैटरीना कॉर्निश के अनुसार, नयी तकनीक से रबर उत्पादों का निर्माण और अधिक टिकाऊ होगा।

Updated on: 07 Mar 2017, 10:25 PM

नई दिल्ली:

आपको जानकर शायद थोड़ी हैरानी होगी, लेकिन ये बात सच है कि भविष्य में वाहनों के टायर फैक्ट्री की जगह खेतों से बनेंगे। जी हां, हाल ही में शोधकर्ताओं ने पेट्रोलियम उत्पाद से बने पदार्थ की जगह टमाटर के छिलके और अंडे के छिलकों से टायर बनाने का नया तरीका खोज ​​निकाला है।

अमेरिका में ओहियो स्टेट यूनिविर्सिटी के शोधकर्ताओं ने ऐसे खाद्य पदार्थों की खोज की है, जो टायर को बनाने के लिए एक सदी से अधिक समय से इस्तेमाल किये जा रहे पेट्रोलियम उत्पादों से बने पदार्थ की जगह ले सकते हैं।

शोधकर्ता कैटरीना कॉर्निश के अनुसार, नयी तकनीक से रबर उत्पादों का निर्माण और अधिक टिकाऊ होगा।

कॉर्निश ने टायर बनाने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों से बने पदार्थ, कार्बन ब्लैक की जगह टमाटर के छिलके और अंडे के खोल के इस्तेमाल का नया तरीका विकसित किया है।

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वाहन के एक टायर में करीब 30 फीसदी कार्बन ब्लैक मौजूद होता है और यही वजह है कि टायर का रंग काला होता है और पेट्रोलियम की कीमत में वृद्धि के साथ इसकी कीमत भी बढ़ जाती है।

उन्होंने कहा, 'टायर उद्योग बहुत तेजी से बढ़ रहा है और इसके लिए हमें सिर्फ अधिक प्राकृतिक रबर की ही आवश्यकता नहीं होती बल्कि पेट्रोलियम के अधिक उत्पादों की भी जरूरत होती है।'

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