चीन के बाद अमेरिका ने एफ-18 फाइटर जेट के जरिये दक्षिण चीन सागर में दिखाया दम
मंगलवार को न्यूक्लियर पावर वाली इन जंगी जहाजों को विवादित दक्षिण चीन सागर में देखा गया जिसे अमेरिकी सेना नियमित अभ्यास बताती है।
highlights
- अमेरिका ने 20 एफ-18 फाइटर जेट की उड़ान भर कर प्रदर्शन किया
- दक्षिण चीन सागर पर दावा करने वाले चीन ने भी हाल ही में किया था नौसैनिक ड्रिल
- चीन के अलावा ब्रूनेई, मलेशिया, फिलिपींस जैसे देश भी करते हैं दावा
नई दिल्ली:
दक्षिण चीन सागर में चीन की हालिया नौसैनिक ड्रिल के बाद अमेरिका ने भी शक्तिशाली सैन्य अभ्यास कर चेतावनी देने की कोशिश की है।
अमेरिका ने मंगलवार को मजबूत सैन्य अभ्यास के तहत यूएसएस थियोडोर रुजवेल्ट एयरक्राफ्ट वाहक के जरिये 20 एफ-18 फाइटर जेट की उड़ान भर कर प्रदर्शन किया।
मंगलवार को न्यूक्लियर पावर वाली इन जंगी जहाजों को विवादित दक्षिण चीन सागर में देखा गया जिसे अमेरिकी सेना नियमित अभ्यास बताती है। यह अभ्यास अमेरिका के रक्षा सहयोगी फिलीपींस में पोर्ट की मदद से की गई।
बता दें कि अमेरिका इस रणनीतिक जल सागर में सैन्य अभियास करने वाला अकेला देश नहीं है बल्कि चीन, जापान, और कुछ दक्षिणपूर्व एशियाई देश भी नौसैनिक अभ्यास करते हैं।
इस सैन्य ग्रुप के कमांडर रियर एडमिरल स्टीव कोहलर ने कहा, 'हमनें चीनी जहाजों को अपने आस-पास देखा था।'
अमेरिका का दक्षिण चीन सागर में मौजूदगी हाल ही में चीन के हवाई और नौसैनिक ड्रिल के बाद देखा गया है।
कोहलर ने कहा, 'दक्षिण चीन सागर में यह अभ्यास कुछ नया नहीं है बल्कि यह हमारी योजनाभ्यास है या चीन पर हमारी प्रतिक्रिया है। यह संभव है कि दोनों चीजें एक साथ हो रही हैं।'
बता दें कि चीन दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता रहा है और वहां के रीफ को परिवर्तित कर उसे सैन्य अड्डे की तरह इस्तेमाल कर रहा है। अमेरिकी नौसैनिक बेड़े 'राइट्स टू फ्रीडम ऑफ नेविगेशन' के तहत चीनी द्वीपों के पास ऑपरेशंस करते रहते हैं।
अभी हाल ही में चीन ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन करते हुए अपने एकमात्र ऑपरेशनल एयरक्राफ्ट कैरियर को नौसैनिक ड्रिल के दौरान दक्षिण चीन सागर में उतारा था। उसके साथ दर्जनों दूसरे युद्धपोत भी थे।
प्लानेट लैब इंक की सैटलाइट तस्वीरों से पता चला था कि लियाओनिंग एयरक्राफ्ट कैरियर नौसैनिक अभ्यास के दौरान बीच में था और दक्षिणी चीन के हैनान प्रांत में 40 दूसरे जहाजों के बीच में खड़ा था। हालांकि चीन ने इन दावों को खारिज कर दिया था।
गौरतलब है कि चीन के अलावा ब्रूनेई, मलेशिया, फिलिपींस, वियतनाम और ताइवान जैसे देश भी दक्षिण चीन सागर पर दावा करते हैं।
और पढ़ें: US ने लगाए प्रतिबंध, रूस ने कहा- कार्रवाई का देंगे मुंहतोड़ जवाब
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