अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के साथ हो रहे सैन्य अभ्यास को रोकने के फैसले का बचाव किया है।
ट्रंप ने फैसले का बचाव करते हुए कहा,' इस तरह के युद्धाभ्यास न सिर्फ भड़काऊ होते हैं बल्कि इनसे अर्थव्यवस्था पर भी भारी बोझ पड़ता हैं।'
हालांकि ट्रंप ने इस बात को साफ किया कि अगर उत्तर कोरिया के साथ बातचीत विफल होती है तो वह फिर से सैन्य-अभ्यास को शुरू करने में नहीं हिचकेंगे।
ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि सिंगापुर में शिखर वार्ता के दौरान उन्होंने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ युद्धाभ्यास रोकने का प्रस्ताव दिया था।
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ट्रंप ने लिखा कि वार्ता के दौरान युद्धाभ्यास को रोकने का प्रस्ताव मैंने ही दिया था क्योंकि मुझे लगता है कि सैन्याभास न सिर्फ काफी खर्चीले होते हैं बल्कि शांति बहाल करने की कोशिशों में खराब मिसाल पेश करते हैं। यह काफी भड़काऊ भी हैं।’
ट्रंप ने कहा, ‘ अगर वार्ता विफल होती है तो सैन्याभास को फिर से शुरू किया जाएगा। मुझे उम्मीद है कि ऐसे हालाक नहीं आएंगे।'
ट्रंप ने दावा किया कि इस शिखर वार्ता से न सिर्फ अमेरिका में बल्कि दुनिया भर में शांति बहाल होगी।
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Source : News Nation Bureau