logo-image

कंसास शूटिंग और अमेरिका में बढ़ रही हिंसा पर ट्रंप ने तोड़ी चुप्पी, कहा- मैं हर तरह की हिंसा की निंदा करता हूं

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने देश में हो रही धार्मिक और नस्ली हिंसा की निंदा की है। कंसास में भारतीय इंजीनियर की हत्या की निंदा करते हुए ट्रंप ने कहा कि न्याय विभाग को उन्होंने निर्देश दिया है कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिये टास्क फोर्स बनाए।

Updated on: 01 Mar 2017, 01:37 PM

highlights

  • ट्रंप ने कहा, हम हर तरह की नस्लीय घृणा की निंदा करते हैं
  • ट्रंप का बयान, अमेरिका को अपने देश के नागरिकों को प्रथमिकता देनी होगी

नई दिल्ली:

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने देश में हो रही धार्मिक और नस्ली हिंसा की निंदा की है। कंसास में भारतीय इंजीनियर की हत्या की निंदा करते हुए ट्रंप ने कहा कि न्याय विभाग को उन्होंने निर्देश दिया है कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिये टास्क फोर्स बनाए। राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप पहली बार अमेरिकी संसद को संबोधित कर रहे थे।

अमेरिका में बढ़ रहे नस्ली और धार्मिक हिंसा पर चुप्पी साधे रहने के कारण अमेरिका समेत पूरी दुनिया में आलोचना का शिकार हो रहे है ट्रंप ने हिंसा को गलत ठहराते हुए कहा, 'हम हर तरह की नस्लीय घृणा की निंदा करते हैं। चाहे वो यहूदी सेंटर्स पर हमला हो या फिर कंसास शूटिंग।'

उन्होंने कहा, 'अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिये हमने न्याय विभाग को निर्देश दिया है कि वो हिंसा पर काबू पाने के लिये टास्क फोर्स बनाएं।'

ये भी पढ़ें: अमेरिका में भारतीय के घर पर फेंके गये अंडे, लिखा- तुम्हें यहां रहने का हक नहीं

दुनिया में बढ़ रहे इस्लामी कट्टरवाद पर उन्होंने कहा, 'आईएसआईएस मुसलमानों, इसाईयो और सभी धर्मों के लोगों को मार रहा है, हम इसका खात्मा अपने सहयोगियों की सहायता से करेंगे, यहां तक कि मुस्लिम देशों से भी इसके लिये सहायता लेंगे।'

उन्होंने कहा, 'हम इस्लामी कट्टरवाद से अपने देश को बचाने के लिये कड़े कदम उठा रहे हैं।'

शरणर्थियों पर रोक लगाने के लिये उठाए गए कदम को ट्रंप ने सही ठहराया है। उन्होंने कहा, 'शरणार्थी कानून लाने के बाद हम मजदूरी बढ़ाएंगे, बेरोज़गारों कम करेंगे और अरबों डॉलर की बचत करेंगे, साथ ही अपने समुदाय को सुरक्षित करेंगे।'

ये भी पढ़ें: सुषमा स्वराज ने भारतीय की बचाने के लिए जान जोखिम में डालने वाले अमेरिकी की तारीफ की

ट्रंप ने कहा,  'अमेरिका को अपने देश के नागरिकों को प्रथमिकता देनी होगी, तभी हम अमेरिका को फिर से महान बना सकते हैं।'

पिछली सरकारों की भी आलोचना की और कहा, 'हम पिछली गलतियों को अमेरिका का भविष्य नहीं तय करने देंगे।'

उन्होंने कहा कि ट्रंप हमेशा से ही अमेरिका पहले की नीति के पक्षधर रहे हैं। अपने भाषण में उन्होंने साफ कर दिया कि उनकी नीति है, बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन, यानि अमेरिका की वस्तु खरीदो और अमेरिकन को नौकरी पर रखो।

ट्रंप ने कहा कि जब से 8 नवंबर को परिणामों की घोषणा हुई तब से लेकर अब तक स्टॉक मार्केट में 3 ट्रिलियन डॉलर की तेजी आई है। यह एक रिकॉर्ड है।

ये भी पढ़ें: अमेरिका में नस्लीय हमले में भारतीय इंजीनियर की मौत, अमेरिकी दूतावास ने हमले की निंदा की

ये भी पढ़ें: किरन रिजिजू बोले, गुरमेहर कुछ भी कहने लिए स्वतंत्र, लेकिन देश को गाली देने से बचे

आज से ATM से 5 वें ट्रांजेक्शन पर देना होगा 150 रुपए टैक्स

बीजेपी कार्यकर्ता ने केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा पर लगाया मारपीट का आरोप