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नए साल पर डोनाल्ड ट्रंप की पाकिस्तान को फटकार, कहा- हमें बेवकूफ मत समझो

ट्रंप ने कहा कि जिन आतंकवादियों को हम अफगानिस्तान में तलाश रहे हैं, उन्हें पाकिस्तान ने अपने यहां सुरक्षित आश्रय दे रखा है।

Updated on: 01 Jan 2018, 09:13 PM

नई दिल्ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को नववर्ष की शुरुआत के साथ लंबे समय से दोस्त रहे पाकिस्तान पर तीखा हमला किया।

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को अब कोई मदद नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि जिन आतंकवादियों को हम अफगानिस्तान में तलाश रहे हैं, उन्हें पाकिस्तान अपने यहां सुरक्षित पनाह दे रखा है।

ट्रंप ने ट्वीट किया, 'पिछले 15 सालों से पाकिस्तान अमेरिका को बेवकूफ बनाकर 33 अरब डॉलर की सहायता प्राप्त कर चुका है और उसने बदले में हमें सिर्फ झूठ और धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया, वह हमारे नेताओं को बेवकूफ समझता है।'

उन्होंने कहा, 'वे उन आतंकियों को सुरक्षित पनाह मुहैया करा रखे हैं, जिन्हें हम अफगानिस्तान में तलाश रहे हैं। बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'

अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा प्रशासन की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति को जाहिर करने के बाद वाशिंगटन और इस्लामाबाद के बीच बढ़े तनाव के बाद ट्रंप ने यह घोषणा की है।

उन्होंने पाकिस्तान को अमेरिका की मदद करने की शर्त याद दिलाई थी, क्योंकि वह वाशिंगटन से हर साल भारी भरकम रकम प्राप्त करता है।

ट्रंप ने कहा था, 'हम पाकिस्तान से यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि साझेदारी को जारी रखने के लिए हम पाकिस्तान की तरफ से उसकी सरजमीं पर आतंकी समूहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए देखना चाहते हैं।' उन्होंने कहा कि उन्हें मदद करनी होगी।

पाकिस्तान पर भारत और अफगानिस्तान दोनों देशों के खिलाफ आतंकियों को पनाह देने का आरोप है। इस्लामाबाद बार-बार इन आरोपों को सिरे से खारिज करता रहा है।

बता दें कि व्हाइट हाउस ने हाल ही में पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सक्रिय 20 आतंकवादी संगठनों की सूची तैयार की है और ऐसा माना जा रहा है कि इस सूची को पाकिस्तान के साथ साझा किया है।

व्हाइट हाउस की सूची में तीन तरह के आतंकवादी संगठन हैं। पहला वे जो अफगानिस्तान में हमला करते हैं, दूसरे वे जो पाकिस्तान को निशाना बना रहे हैं और तीसरे वे जो कश्मीर को निशाना बनाकर हमले करते हैं।

अमेरिका का दावा है कि इस सूची में हक्कानी नेटवर्क शीर्ष पर है, जो पाकिस्तान के संघीय प्रशासित जनजातीय क्षेत्रों में ठिकाना बनाए हुए है और इन ठिकानों से अफगानिस्तान पर हमले करता है।

पाकिस्तान इस तरह के आरोप से इनकार करता रहा है। उसका कहना है कि देश के भीतर आतंकवादियों के इस तरह के कोई सुरक्षित ठिकाने नहीं हैं।

अमेरिका दक्षिण एशिया में लश्कर-ए-तैयबा को सबसे बड़ा और सर्वाधिक सक्रिय आतंकवादी संगठन मानता है।

इस सूची में शामिल अन्य आतंकवादी संगठन हरकतुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद, जुनदुल्लाह, लश्कर-ए-झांगवी और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान हैं।

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