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ग्लोबल पावर बनने के लिए कर्ज देने की रणनीति अपना रहा चीन : अमेरिकी खुफिया अधिकारी

दुनिया भर में अपना प्रभाव बढ़ाने और ग्लोबल पावर बनने की इच्छा पूरी करने के लिए चीन अन्य देशों को कर्ज देने की रणनीति का इस्तेमाल कर रहा है।

Updated on: 07 Mar 2018, 05:41 PM

highlights

  • दुनिया भर में अपना प्रभाव बढ़ाने और ग्लोबल पावर बनने की इच्छा पूरी करने के लिए चीन अन्य देशों को कर्ज देने की रणनीति का इस्तेमाल कर रहा है
  • अमेरिकी खुफिया विभाग नैशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर डेनिलय आर कोट्स ने सीनेट आर्म्ड सर्विसेज कमेटी को दी जानकारी
  • कोट्स ने कहा कि चीन अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए सैनिकों की मदद से जमीन हड़पने के अलावा कई अन्य तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है

नई दिल्ली:

दुनिया भर में अपना प्रभाव बढ़ाने और ग्लोबल पावर बनने की इच्छा पूरी करने के लिए चीन अन्य देशों को कर्ज देने की रणनीति का इस्तेमाल कर रहा है।

अमेरिकी खुफिया विभाग नैशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर डेनिलय आर कोट्स ने सीनेट आर्म्ड सर्विसेज कमेटी को इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि चीन अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए सैनिकों की मदद से जमीन हड़पने के अलावा कई अन्य तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है।

सीनेट की कमेटी को उन्होंने बताया, 'चीन जहां अपनी सेना का आधुनिकीकरण कर रहा है और खर्च बढ़ा रहा है और इसका अधिकांश हिस्सा आक्रामक तरीकों की बजाए डेटरेंस के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। वह कर्ज देने की रणनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं और फिर से सैन्य क्षमता से जोड़ रहे हैं। दक्षिण चीन सागर में यह हो रहा है और अब वह जिबूती में यह काम कर रहे हैं।'

कोट्स ने कहा, 'हम जानते हैं कि चीन यह काम वैश्विक शक्ति बनने की लालसा में कर रहा है। वह ऐसे कई तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं जो सेना की मदद से जमीन हड़पने से कहीं अधिक है।'

कोट्स चीन की वैश्विक चाह पर सीनेट की कमेटी के सवाल का जवाब दे रहे थे। जब उनसे यह पूछा गया है, 'क्या चीन सैन्य आक्रामकता और अपने क्षेत्र विस्तार में लगा हुआ है? या फिर वह राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव हासिल करना चाहते हैं?'

कोट्स ने कहा कि चीन यह सब कुछ राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव कायम करने के लिए कह रहा है।

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