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काबुल से आखिरी अमेरिकी विमान ने भी भरी उड़ान, डेडलाइन से पहले ही छोड़ा अफगानिस्तान

अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य अभियान का अंत, 19 साल 10 महीने 25 दिन बाद लौटी सेना

Updated on: 31 Aug 2021, 06:40 AM

highlights

  • अफगानिस्तान में 20 सालों से चल रहा अमेरिकी सैन्य अभियान समाप्त हुआ
  • अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने दूतावास को हटाकर कतर शिफ्ट किया
  • 30 अगस्त की देर रात काबुल एयरपोर्ट से उड़े अमेरिकी सेना के विमान

काबुल:

अफगानिस्तान में अमेरिका की 19 साल से अधिक समय की मौजूदगी का अंत हो गया है. अफगानिस्तान में तालिबान की डेडलाइन से पहले ही अमेरिका ने अपनी सैन्य उपस्थिति समाप्त कर दी है. अमेरिकी सेना के अंतिम तीन विमानों ने भी सोमवार की देर रात काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरी. रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सेना के अंतिम तीन सी-17 विमानों ने 30-31 अगस्त की आधी रात काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी. इसी के साथ अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपनी राजनयिक उपस्थिति को भी खत्म कर दिया.

पेंटागन ने की पुष्टि
पेंटागन ने अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान छोड़ने की पुष्टि की है. इससे पहले उम्मीद की जा रही थी अमेरिकी सेना अफगानिस्तान में फंसे लोगों को निकालने के लिए कुछ दिन और वहां रुक सकती है लेकिन ऐसा हुआ नहीं. तालिबान प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने भी अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान छोड़ने की पुष्टि करते हुए ट्वीट कर इसे अफगानिस्तान के लिए आजादी बताया है.

आज देश को संबोधित करेंगे जो बाइडन
अफगानिस्तान में अपनी उपस्थिति खत्म करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि मैं कल दोपहर (मंगलवार), मैं अफगानिस्तान में हमारी उपस्थिति को 31 अगस्त से आगे नहीं बढ़ाने के अपने निर्णय पर लोगों को संबोधित करूंगा. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में हमारे एयरलिफ्ट मिशन को समाप्त करने के लिए वहां ग्राउंड पर मौजूद हमारे सभी कमांडरों की सर्वसम्मत सिफारिश थी. अफगानिस्तान से लोगों को सुरक्षित वापस निकालने के अभियान को अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा एयरलिफ्ट माना जा रहा है. अमेरिका ने 1,20,000 से अधिक अमेरिकी नागरिकों, हमारे सहयोगियों के नागरिकों और संयुक्त राज्य अमेरिका के अफगान सहयोगियों को सुरक्षित निकाला है.

बाइडन ने दिया सैनिकों को धन्यवाद
काबुल एयरपोर्ट से आखिरी अमेरिकी विमान के उड़ने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति  जो बाइडेन ने कहा- अब अफगानिस्तान में हमारी 20 साल की सैन्य उपस्थिति खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि मैं अपने कमांडरों को धन्यवाद देना चाहता हूं कि बिना किसी और अमेरिकी की जान गंवाए उन्होंने अफगानिस्तान से खतरनाक निकासी को पूरा किया, जैसा कि 31 अगस्त सुबह की डेडलाइन निर्धारित की गई थी.