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UN में ईरान अमेरिका पर बरसा, अमेरिका का 'शासन प्रणाली' बुरी तरह हुआ फेल

रईसी ने दो उदाहरण देते हुए कहा कि ये दोनों तस्वीर ने दुनिया को स्पष्ट संदेश भेजा कि संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिपत्य प्रणाली की कोई विश्वसनीयता नहीं है. चाहे वो देश के अंदर हो या फिर बाहर. अमेरिका की शासन प्रणाली बुरी तरह विफल रही है.

Updated on: 22 Sep 2021, 10:05 AM

highlights

  • यूएन में अमेरिका पर बरसा ईरान
  • ईरान ने कहा अमेरिका का शासन प्रणाली बुरी तरह फेल
  • प्रतिबंध लगाना दुनिया के देशों के साथ युद्ध का अमेरिका का एक नया तरीका

नई दिल्ली :

संयुक्त राष्ट्र महासभा ( United Nations) के उद्घाटन के पहले दिन ईरान ने अमेरिका पर जमकर जुबानी वार किया. ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ( Ebrahim Raisi) दुनिया पर शासन करने के अमेरिकी प्रयासों की निंदा की. रईसी ने यूएन में अमेरिका के तानाशाही को लेकर दो उदाहरण दिए. 6 जनवरी को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने चुनाव परिणाम को लेकर विद्रोह कर दिया. उन्होंने राष्ट्रीय विधायिका पर धावा बोल दिया. दूसरा पिछले महीने अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों के हटने के दौरान विमानों से अफगानी नागरिकों के गिरने की तस्वीर है. 

रईसी ने दो उदाहरण देते हुए कहा कि ये दोनों तस्वीर ने दुनिया को स्पष्ट संदेश भेजा कि संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिपत्य प्रणाली की कोई विश्वसनीयता नहीं है. चाहे वो देश के अंदर हो या फिर बाहर. अमेरिका की शासन प्रणाली बुरी तरह विफल रही है.

अमेरिका का शासन करने का प्रयास फेल हुआ

ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका का दक्षिण-पश्चिम और मध्य एशिया के देशों को अपने अधीन करने का प्रयास विफल रहा है. अमेरिका जहां-जहां गया वहां खूनी खेल हुआ और अस्थिरता फैला. इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी करदाताओं का नाम भी लिया जो इस नीति के शिकार के रूप में अमेरिकी युद्धों का भुगतान कर रहे हैं.

अमेरिका का दोहरा चरित्र है 

यूएन में ईरान ने अमेरिका के दोहरे चरित्र का भी जिक्र किया. ईरान ने कहा कि अमेरिका कुछ जगहों पर आतंकवाद पैदा करता है तो कुछ जगहों पर लड़ाई. सीरिया में दाएश की अमेरिका मदद कर रहा है. जबकि अन्य जगहों पर आतंकवाद से लड़ने की तस्वीर दिखा रहा है. ईरान ने यूएन में संयुक्त राज्य के अंदर घरेलू आतंकवादी समूह के उदय का भी जिक्र किया. यमन में सऊदी युद्ध और गाजा में इजराइली युद्ध का अमेरिका समर्थन कर रहा है. इसका जिक्र करते हुए ईरान ने इसकी निंदा की. 

प्रतिबंध लगाना दुनिया के देशों के साथ युद्ध का अमेरिका का एक नया तरीका

इसके साथ ही ईरान के नये राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने अमेरिका द्वारा देश पर लगाए गए प्रतिबंधों की आलोचना करते हुए मंगलवार को कहा कि यह ‘युद्ध’ का एक तरीका है. उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिबंध लगाना दुनिया के देशों के साथ युद्ध का अमेरिका का एक नया तरीका है.’’

रईसी ने तेहरान से डिजिटल तरीके से महासभा में अपना संबोधन दिया. ईरान के अलावा कुछ अन्य देशों के नेता भी न्यूयार्क में भौतिक रूप से उपस्थित होने की बजाया अपने देश से महासभा की बैठक में शामिल हुए.