परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) में अन्य देशों को शामिल किए जाने को लेकर तैयार किए गए मसौदे में भारत को इस समूह में शामिल करने का जिक्र किया गया है।
अमेरिकी संगठन आर्म्स कंट्रोल एसोसिशन (एसीए) ने एनएसजी में पाकिस्तान को शामिल किए जाने को लेकर चेतावनी दी है। पाकिस्तानी अखबार द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक संगठन ने एनएसजी में नए देशों को शामिल किए जाने के खतरों के बारे में आगाह किया है। संगठन ने कहा कि नए देशों को एनएसजी में शामिल किए जाने परमाणु अप्रसार को क्षति पहुंचेगी।
एनएसजी के पूर्व चेयरमैन राफेल मैरियानो ने दो पन्नों का एक दस्तावेज तैयार किया है, जिसमें कहा गया है कि किस तरह भारत और पाकिस्तान जैसे देश परमाणु अप्रसार संधि (NPT) पर हस्ताक्षर नहीं करने के बावजूद एनएसजी में शामिल हो सकते हैं। रफेल एनएसजी के मौजूदा चेयरमैन सॉन्ग यंग की तरफ से काम रहे हैं और उनका यह दस्तावेज आधिकारिक दस्तावेज की तरह है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि एनएसजी में शामिल होने के मामले में भारत पाकिस्तान का रास्ता नहीं रोके। उन्होंने कहा कि एक गैर एनपीटी देश को इस बात पर सहमत होना चाहिए कि वह किसी ऐसे दूसरे गैर एनपीटी सदस्य देश के रास्ते में रुकावट नहीं बने।
आर्म्स कंट्रोल असोसिएशन के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर डैरिल किम्बॉल ने चेताया कि मिस्टर राफेल के मसौदे के मुताबिक पाकिस्तान को अलग रखने के कई कारण मौजूद हैं।
एनपीटी पर हस्ताक्षर करने के बाद ही किसी देश को एनएसजी में शामिल होने की छूट मिलती है। भारत और पाकिस्तान दोनों ने ही अभी तक एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किया है।
HIGHLIGHTS
- NSG में अन्य देशों को शामिल किए जाने को लेकर तैयार किए गए मसौदे में पाकिस्तान को झटका
- मसौदे में पाकिस्तान को एनएसजी से बाहर रखे जाने के वाजिब कारणों का जिक्र किया गया है
Source : News State Buraeu