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अमेरिकी किसान समूहों ने आंदोलनकारी भारतीय किसानों को समर्थन दिया

अमेरिका (America) में 87 किसान संगठनों, कृषि और खाद्य न्याय समूहों ने भारतीय किसानों के विरोध प्रदर्शन (Farmers Agitation) के समर्थन में भारतीय किसान संघ को अपना समर्थन दिया है.

Updated on: 21 Feb 2021, 08:30 AM

highlights

  • अब अमेरिका के 87 किसान समूहों ने दिया किसान आंदोलन को समर्थन
  • ग्रेटा थनबर्ग और रिहाना के ट्वीट से घरेलू मोर्चे पर मचा है कोहराम
  • कई केंद्रीय मंत्री और बॉलीवुड हस्तियां कर चुकी हैं सरकार का समर्थन

मिनियापोलिस:

अमेरिका (America) में 87 किसान संगठनों, कृषि और खाद्य न्याय समूहों ने भारतीय किसानों के विरोध प्रदर्शन (Farmers Agitation) के समर्थन में भारतीय किसान संघ को अपना समर्थन दिया, जोकि 40 से अधिक भारतीय किसान संघों का यूनाइटेड फ्रंट है. गौरतलब है कि इसके पहले भी कनाडा, ब्रिटेन समेत कई चर्चित शख्सियतों ने किसान आंदोलन का समर्थन किया, जिस पर घरेलू और कूटनीतिक मोर्चे पर काफी बहस छिड़ी हुई है. इस कड़ी में फिलहाल पॉप गायिका रिहाना और जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) जैसी वैश्विक सेलिब्रिटी की आलोचना ने देश में तमाम लोगों को विचलित कर दिया है. हालांकि इस विषय पर छिड़ी ध्रुवीकृत अंतरराष्ट्रीय बहस में सरकार के रुख का बॉलीवुड हस्तियों, क्रिकेट खिलाड़ियों और शीर्ष मंत्रियों ने समर्थन किया है.

अमेरिकी किसानों ने दिया यह बयान
अमेरिका के किसानों के बयान के अनुसार, 'भारत के किसान अन्यायपूर्ण कृषि कानूनों के खिलाफ इतिहास में दुनिया के सबसे जीवंत विरोधों में से एक के लिए लामबंद हुए हैं. उन्होंने उन तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए प्रदर्शन किया है, जिसे बिना किसानों की जानकारी या संपर्क किए बिना पारित कर दिया गया.' हस्ताक्षरकर्ताओं ने इसके अलावा अन्य कई बातों पर चिंता व्यक्त की. बयान में कहा गया है, 'कृषि कानून को बिना किसी संसदीय नियमों का पालन किए बगैर पारित किया गया और भारत सरकार ने किसानों को प्रदर्शन के लोकतांत्रिक अधिकार से वंचित करने के लिए सत्तावादी रणनीति का उपयोग किया.'

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किसान आंदोलन को मशहूर अंतरराष्ट्रीय हस्तियों का समर्थन
केंद्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए किसानों के दो महीने से जारी प्रदर्शनों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ मशहूर हस्तियों के समर्थन किए जाने के बाद विदेश मंत्रालय भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर चुका है. मंत्रालय के मुताबिक प्रदर्शन के बारे में जल्दबाजी में टिप्पणी करने से पहले तथ्यों की जांच-परख की जानी चाहिए और सोशल मीडिया पर हैशटैग तथा सनसनीखेज टिप्पणियों की ललक न तो सही है और न ही जिम्मेदाराना है. विदेश मंत्रालय का साफ कहना है कि कुछ निहित स्वार्थी समूह प्रदर्शनों पर अपना एजेंडा थोपने का प्रयास कर रहे हैं और संसद में पूरी चर्चा के बाद पारित कृषि सुधारों के बारे में देश के कुछ हिस्सों में किसानों के बहुत ही छोटे वर्ग को कुछ आपत्तियां हैं.

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कई केंद्रीय मंत्री और बॉलीवुड स्टार आए बचाव में
दरअसल रिहाना, स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी अभिनेत्री अमांडा केरनी, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस सहित कई मशहूर हस्तियों ने भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में ट्वीट किये हैं. उल्लेखनीय है कि रिहाना ने किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करते हुए ट्वीट करते हुए लिखा था कि 'हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं.' ऐसे में केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण, हरदीप सिंह पुरी, वीके सिंह, रमेश पोखरियाल, जी किशन रेड्डी, किरन रिजीजू ने भी विदेशी हस्तियों की टिप्पणियों पर आपत्ति जतायी है. बॉलीवुड हस्तियों में अक्षय कुमार, कंगना रनौत, अजय देवगन और करण जौहर ने लोगों से झूठे प्रचार से बचने का आग्रह किया है.