शिक्षक से शिखर तक : बिहार की सियासत के अनमोल अध्याय जगन्नाथ मिश्र
कांगो में हिंसा से हालात बदतर, 1.36 लाख से अधिक लोग बुंडी और युगांडा में शरण लेने को मजबूर : यूनिसेफ
ईरान पर बिना उकसावे के किए गए हमले का कोई औचित्य नहीं : पुतिन
भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल के साथ बदसलूकी के विरोध में आसनसोल में सड़क जाम
ओआईसी को भारत के आंतरिक मामलों पर बोलने का कोई हक नहीं : विदेश मंत्रालय
अमेरिका को नहीं था यकीन, ईरान कर देगा इतना बड़ा हमला, सुपर पॉवर को दे दिया बड़ा झटका
औरंगजेब को 'पवित्र' कहना अक्षम्य, आसिफ शेख की टिप्पणी पर बोले मनोज तिवारी
राहुल और पंत की शतकीय पारी, इंग्लैंड को अंतिम दिन जीत के लिए 350 रन की जरूरत
कतर और दोहा में अमेरिकी बेस पर ईरान का हमला, उपचुनाव के नतीजे, जानें 10 बड़े अपडेट

अमेरिकी कूटनीतिज्ञ भी पाकिस्तान के खिलाफ, बोले: जाधव को मिली सजा सोची समझी राजनीति

भारतीय नागरिक को पाकिस्तान में दी गई मौत की सजा का विरोध अब वैश्विक स्तर पर पहुंच गया है।

भारतीय नागरिक को पाकिस्तान में दी गई मौत की सजा का विरोध अब वैश्विक स्तर पर पहुंच गया है।

author-image
Narendra Hazari
एडिट
New Update
अमेरिकी कूटनीतिज्ञ भी पाकिस्तान के खिलाफ, बोले: जाधव को मिली सजा सोची समझी राजनीति

पाकिस्तान में कैद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव (फाइल फोटो)

भारतीय नागरिक को पाकिस्तान में दी गई मौत की सजा का विरोध अब वैश्विक स्तर पर पहुंच गया है। अमेरिकी कूटनीतिज्ञों ने भी इस का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने यहां तक कहा कि पाकिस्तान में 26/11 हमले के मामले में तो सालों से सुनवाई टल रही है फिर कुलभूषण जाधव को कथित जासूसी के आरोप में सजा देने की इतनी जल्दबाजी क्यों है?

Advertisment

अमेरिका के विदेश मंत्रालय में दक्षिण एवं मध्य एशिया ब्यूरो के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी एलिसा एरिस ने कहा कि उन्हें सबसे ज्यादा जाधव के मामले में इस बात पर हैरानी हुई कि उसके केस में इतने जल्दी सुनवाई कैसे हो गई। जबकि मुंबई हमलावरों के मामले में सुनवाई कई बार स्थगित हो चुकी है।

एरिस ने कहा, 'मुंबई मामले की सुनवाई करीब 9 साल से लटकी हुई है।' बता दें कि एरिस फिलहाल विदेश संबंध परिषद में भारत, पाकिस्तान और दक्षिण एशिया के लिए सीनियर फेलो हैं।

और पढ़ें: जाधव की फांसी पर पाक की भारत को घुड़की, कहा बाहरी खतरे से निपटने को तैयार

अटलांटिक काउंसिल में दक्षिण एसिया सेंटर के निदेशक भरत गोपालस्वामी का मानना है कि जाधव को जिन आधारों पर सजा सुनाई गई है वे बहुत कमजोर हैं। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी अधिकारियों ने जो कहानी बताई है उसमें तारतम्यता नहीं है।' उन्होंने कहा कि भारत की पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक कूटनीति के जवाब में पाकिस्तान की यह हरकत राजनीति से प्रेरित लग रही है।

वूडरो विल्सन में दक्षिण एशिया मामलों से जुड़े उपनिदेशक माइकल कुगलमैन ने कहा, 'जाधव की गिरफ्तारी और मौत की सजा की कहानी में पूरी तरह से अनिश्चितता है। इस मामले में एक पक्ष तो तय है कि पाकिस्तान भारत के उसके जमीन पर हस्तक्षेप को लेकर एक स्पष्ट संदेश देना चाहता है।'

वहीं अमेरिकी विदेश मंत्रालय और व्हाइट हाऊस ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को सजा सुनाए जाने के मामले में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार किया है।

और पढ़ें: कुलभूषण जाधव आतंकी, किए की सजा मिलनी ही चाहिए: अब्दुल बासित

Source : News Nation Bureau

Death Sentence Indian civilian pakistan Kulbhushan Jadhav US experts
      
Advertisment