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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को 60 रूसी राजनयिकों को देश छोड़ने और सीएटल में रूस के वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश दिया। ये कदम अमेरिका ने रूस के जासूस को ब्रिटेन में जहर देने के मामले में कार्रवाई करते हुए उठाया।
ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के एक अधिकारी ने कहा, 'अमेरिका में राजनयिक के तौर पर काम कर रहे ये लोग असल में जासूस थे।' उन्होंने बताया कि इन राजनयिकों के पास अमेरिका छोड़ने के लिए अगले सात दिन है।
अमेरिका के अलावा जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने भी चार रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने की पुष्टि की। उधर पोलैंड में रूस के चार राजनयिक निष्कासित किए गए हैं।
बता दें कि ब्रिटेन में एक रूसी जासूस पर नर्व एजेंट से हमले का आरोप रूस की ही पुतिन सरकार पर लग रहा है। पूरी दुनिया में इस मामले को लेकर रूस अलग-थलग पड़ा हुआ है। हालांकि रूस इन आरोपों को खारिज कर करता आ रहा है।
क्या है मामला
रूस के पूर्व जासूस सर्गेइ वी. स्क्रिपल (66) और उनकी बेटी युलिया(33) 4 मार्च को दक्षिणी इंग्लैंड के साल्बिरी में एक बेंच के बाहर बेहोशी की हालत में पाए गए थे।
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रूसी के सेवानिवृत सैन्य खुफिया अधिकारी स्क्रिपल को ब्रिटेन के लिए जासूस करने के आरोप में रूस ने वर्ष 2006 में 13 वर्ष की सजा सुनाई थी। हालांकि, बाद में उन्हें माफी मिल गई थी और ब्रिटेन ने उन्हें नागरिकता दे दी थी। वह तब से ब्रिटेन में ही रह रहे हैं।
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Source : News Nation Bureau