अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट आईएस के भारतीय मूल के ब्रिटिश आतंकी सिद्धार्थ धर को वैश्विक आतंकी घोषित करते हुए कई तरह के प्रतिबंध लगाया है। अमेरिकी गृह मंत्रालय के मुताबिक धर के अलावा बेल्जियन मूल के मोरक्को के नागरिक अब्दुल लतीफ गनी को भी वैश्विक आतंकी घोषित किया गया है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि प्रतिबंध के बाद अब अमेरिका में स्थित धर और गनी की संपत्ति जब्त हो जाएगी और अमेरिका का कोई भी नागरिक उनसे किसी तरह का लेन-देन नहीं कर पाएगा।
धर ने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम अपना लिया था और अपना नाम अबु रूमायसाह रख लिया था। वह अल मुहाजिरुन नाम के आतंकी संगठन का मुख्य सदस्य था। धर 2014 में पुलिस जमानत के बाद भाग गया। जिसके बाद धर पत्नी और बच्चे के साथ सीरिया फरार हो गया, जहां वह आईएस में शामिल हो गया।
आतंकी संगठन आईएस द्वारा सेक्स स्लेव बनाई गई एक यजीदी लड़की निहाद बरकात ने मई 2016 में न्यूज पेपर इंडिपेंडेंट को बताया था कि उसे धर ने अपहरण किया था और आईएस के गढ़ मोसुल ले गया था।
और पढ़ें: संरक्षणवाद पर मोदी ने कहा-आतंकवाद व जलवायु परिवर्तन है बड़ा खतरा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धर जल्द ही आईएस का सीनियर कमांडर बन गया और उसने 'जिहादी जॉन' की जगह ले ली। मोहम्मद एमवाजी को 'जिहादी जॉन' के नाम से जाना जाता था।
आपको बता दें कि जनवरी 2016 में यूके के लिए जासूसी करने वाले कई कैदियों की आईएस ने गला काटने का वीडियो जारी किया था। उस विडियो में मास्क पहने जो शख्स था वह कथित तौर पर धर था।
और पढ़ें: सीजेआई के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी
Source : News Nation Bureau