ईरान की चुनौती से निपटना हमारी पहली प्राथमिकता है, अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी का बड़ा बयान

एस्पर ने रक्षा मंत्री के तौर पर अपने पहले कामकाजी दिन पेंटागन में संवाददाताओं से कहा कि पहली प्राथमिकता जलडमरूमध्य- निश्चित ही, फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी में नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना है.

एस्पर ने रक्षा मंत्री के तौर पर अपने पहले कामकाजी दिन पेंटागन में संवाददाताओं से कहा कि पहली प्राथमिकता जलडमरूमध्य- निश्चित ही, फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी में नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना है.

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Dhirendra Kumar
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ईरान की चुनौती से निपटना हमारी पहली प्राथमिकता है, अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी का बड़ा बयान

फाइल फोटो

अमेरिका के नए डिफेंस सेक्रेटरी मार्क एस्पर (Mark Esper) ने कहा कि ईरान की चुनौती से प्रभावशाली तरीके से निपटना और फारस की खाड़ी और हरमुज जलडमरूमध्य में नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना उनकी शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है.

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एस्पर ने रक्षा मंत्री के तौर पर अपने पहले कामकाजी दिन पेंटागन में संवाददाताओं से कहा कि पहली प्राथमिकता जलडमरूमध्य- निश्चित ही, फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी में नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना है और दूसरी प्राथमिकता ईरान के उकसाने वाले कदमों से निपटना है.

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अमेरिका क्षेत्र में यूरोपीय देशों के साथ समन्वय बनाए रखेगा
एस्पर को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार शाम को रक्षा मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण कराई थी. इससे पहले जिम मैटिस रक्षा मंत्री थे. उनके पिछले साल इस्तीफा देने के बाद से यह पद रिक्त था. वह अगले सप्ताह फ्लोरिडा में यूएस सेंट्रल कमांड मुख्यालय जाएंगे. उन्होंने कहा कि अमेरिका क्षेत्र में यूरोपीय देशों के साथ समन्वय बनाए रखेगा.

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मार्क ने कहा कि जलडमरूमध्य से गुजरने वाले अधिकतर देशों का नौवहन की स्वतंत्रता में हित होना चाहिए और उन्हें वहां नौवहन, समुद्रों की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने और उकसावे की कार्रवाई रोकने के लिए किसी न किसी प्रकार का बल मुहैया कराना चाहिए और भागीदारी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अमेरिका खाड़ी पर वायु और समुद्र दोनों मार्गों से लगातार नजर रखेगा.

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