logo-image

हाइड्रोजन बम परीक्षण के बाद नॉर्थ कोरिया पर भड़का अमेरिका, जापान के साथ मिलकर ट्रंप कसेंगे लगाम

संयुक्त राष्ट्र की ओर से लगातार मिल रही चेतावनियों के बाद भी उत्तर कोरिया अपने मिसाइल परीक्षणों पर लगाम नहीं लगा रहा है। हाल ही में जापान के ऊपर से मिसाइल गुजार कर उसने गुआम पर गिराई थी और अब हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया है।

Updated on: 03 Sep 2017, 10:51 PM

नई दिल्ली:

संयुक्त राष्ट्र की ओर से लगातार मिल रही चेतावनियों के बाद भी उत्तर कोरिया अपने मिसाइल परीक्षणों पर लगाम नहीं लगा रहा है। हाल ही में जापान के ऊपर से मिसाइल गुजार कर उसने गुआम पर गिराई थी और अब हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया है।

ब्रिक्स समिट से ठीक पहले हुए इस हमले के बाद चीन भी खुद अपना पल्ला झाड़ने में लगा है। वहीं जापान भी अब उत्तर कोरिया के खिलाफ अपना रवैया अख्तियार कर चुका है। ऐसे में अमेरिका और जापान ने मिलकर नए सिरे नीति तैयार की गई है ताकि उत्तर कोरिया पर लगाम लगाई जा सके।

अब केवल अमेरिका ही नहीं बल्कि दुनिया की अन्य बड़े देशों की टेढ़ी नजर उत्तर कोरिया पर पड़ गई है। इनमें अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया और रूस आदि हैं। इन सभी देशों का सब्र खत्म होता दिखाई दे रहा है। इसलिए अब नई रणनीति बनाई जा रही है।

और पढ़ें: जानिए किन वजहों से पीएम मोदी ने छीन ली इन 6 मंत्रियों की कुर्सी

भारत ने भी की निंदा

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, 'भारत डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया(डीपीआरके) द्वारा आज सुबह किए गए परमाणु परीक्षण की निंदा करता है।'

बयान के अनुसार, 'यह बहुत ही चिंताजनक है कि उत्तर कोरिया ने एक बार फिर कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निशस्त्रीकरण के उद्देश्यों को पाने की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन किया है। हम उत्तर कोरिया से ऐसे कार्यो से दूर रहने का आह्वान करते हैं, जिससे क्षेत्र और क्षेत्र से बाहर शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचता है।'

ट्रंप ने की शिंजो अबे से बात

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे से फोन पर 20 मिनट तक बात की। उन्होंने इस दौरान इस बात पर चर्चा की कि आखिर उत्तर कोरिया को किस तरह जवाब दिया जाए? दोनों के बीच इस दौरान कड़े कदम उठाने को लेकर सहमति बनी है।

और पढ़ें: मंत्रालयों का बंटवारा कर ब्रिक्स सम्मेलन के लिए रवाना हुए पीएम मोदी

माना जा रहा है कि अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया एक साथ मिलकर उत्तर कोरिया पर कड़ी सैन्य कार्रवाई का फैसला ले सकते हैं। इस बात के संकेत खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके दिए हैं।

उन्होंने लिखा, 'मैं दक्षिण कोरिया को बता चुका हूं कि उत्तर कोरिया के साथ तुष्टिकरण की वार्ता काम नहीं करेगी, वह सिर्फ एक ही भाषा समझता है!' ट्रंप का एक ही भाषा का मतलब यहां पर सैन्य कार्रवाई बताई जा रही है।

और पढ़ें: पीएम मोदी ने किया मंत्रालयों का बंटवारा, देश की दूसरी महिला रक्षा मंत्री बनीं सीतारमण

अमेरिका राष्ट्रपति ने चीन पर भी निशाना साधा है और कहा कि चीन उत्तर कोरिया की मदद करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन वह बहुत कम सफल हो पा रहा है। वहीं कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिका और दक्षिण कोरिया सैन्य अभ्यास कर रहे हैं।

रूस के भी कड़े तेवर

रूस ने भी हाइड्रोजन बम परीक्षण को लेकर उत्तर कोरिया को कड़ी चेतावनी दी है। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा किया गया अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन निंदनीय है। उत्तर कोरिया का नेतृत्व गंभीर खतरा पैदा कर रहा है।