कांगों में हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के 15 जवानों की मौत हो गई है।
संयतुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् ने कहा तंज़ानिया मूले के पीसकीपर्स पर उत्तरी कीवू प्रांत में हमला किया गया। इसके साथ ही कांगो सेना के 5 जवानों पर भी हमला किया गय़ा जिसमें 53 जवान घायल हो गए हैं।
यूएन प्रमुख एंटोनियो गुटेरस ने इसे 'नृशंस' कार्रवाई करार दिया है।
उन्होंने कहा, 'मैं इस हमले का पुरज़ोर निंदा करता हूं। ये संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के जवानों पर जानबूझ कर हमला किया गया है जो स्वीकार्य नहीं है और इसे युद्ध अपराध माना जाएगा।'
डेमोक्रैटि रिपब्लिक कांगो का पूर्वी हिस्सा हिंसाग्रस्त है और सरकार की सेना और विद्रोहियों के बीच लगातार लड़ाई चल रही है। इसके साथ ही के समुदायों के बीच भी हिंसा की वारदातें होती रहती हैं।
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उत्तरी कीवू प्रांत की सीमा युगांडा और रवांडा से लगती हैं और समुदायों के बीच आए दिन हिंसा होती रहती है।
एमओएनयूएससीओ के प्रमुख ममन सडिकोऊ ने एक बयान जारी कर कहा, 'शांति और कांगों में स्थायित्व लाने के लिये काम कर रहे लोगों पर हमला कायराना कृत्य है।'
उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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Source : News Nation Bureau