संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रमुख नूर वली महसूद (Noor Wali Mehsud) को अलकायदा से जुड़े संगठनों की ओर से साजिश रचने, उनके लिए धन की व्यवस्था करने, और उन्हें अंजाम तक पहुंचाने को लेकर वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है. संरा सुरक्षा परिषद की 1267 आईएसआईएल एवं अलकायदा प्रतिबंध समिति ने 42 वर्षीय महसूद को बृहस्पतिवार को प्रतिबंध सूची में डाला. अब इस पाकिस्तानी नागरिक की संपत्तियां कुर्क की जा सकेंगी, उस पर यात्रा प्रतिबंध लगाया जा सकता है और हथियार रखने पर रोक लगाई जा सकेगी.
प्रतिबंध समिति ने कहा कि महसूद को ‘अलकायदा से संबंधित समूहों का समर्थन करने, उनकी आतंकवादी गतिविधियों का वित्तपोषण करने, साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने के कारण इस सूची में डाला गया है.’ महसूद को जून 2018 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के प्रमुख मौलाना फजलुल्लाह की मौत के बाद इस आतंकवादी संगठन का प्रमुख बनाया गया था. इस संगठन को अलकायदा से संबंध रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 29 जुलाई, 2011 को काली सूची में डाला था.
प्रतिबंध समिति ने कहा कि नूर वली के नेतृत्व में टीटीपी ने जुलाई 2019 में उत्तर वजीरिस्तान में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर हुए हमले समेत पूरे पाकिस्तान में कई भयावह आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली. अगस्त 2019 में खैबर पख्तूनख्वाह में पाकिस्तानी सैनिकों पर हुए बम हमले में भी उसने अपना हाथ होने की बात कबूली थी. समिति ने कहा कि समूह ने एक मई, 2010 को टाइम्स स्क्वेयर पर हुए बम हमले की जिम्मेदारी ली थी. उसने अप्रैल 2010 में पेशावर में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था जिसमें कम से कम छह पाकिस्तानी नागरिक मारे गए थे और 20 अन्य घायल हुए थे.
पाकिस्तान ने महसूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित किये जाने का शुक्रवार को स्वागत किया. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के अनुरूप पाबंदियों को लागू कर रहा है और हम आशा करते हैं कि अन्य देश भी उसी रास्त पर चलेंगे. उसने कहा कि पाकिस्तान उन लोगों के खिलाफ संघर्ष की अपनी नीति पर चलता रहेगा जो आतंकवाद की साजिश रचने, धन की व्यवस्था करने और उसे अंजाम तक पहुंचाने में लगे हैं.
अमेरिकी विदेश विभाग के दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों के ब्यूरो ने एक ट्वीट में कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा महसूद को आईएसआईएल एवं अलकायदा प्रतिबंध सूची में शामिल करने का वह स्वागत करता है. उसने कहा कि टीटीपी पाकिस्तान में कई घातक आंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार है. अमेरिका घरेलू रूप से सितंबर, 2019 में ही नूर वली को आतंकवादी करार दिया था. सुरक्षा परिषद द्वारा किसी व्यक्ति अथवा संगठन को काली सूची में डाला जाता है तो देशों को बिना किसी विलंब के उसके आर्थिक स्रोतों, अन्य वित्तीय संपत्तियों एवं आर्थिक संसाधनों पर रोक लगानी होती है.
Source : Bhasha