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यूक्रेन के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से की फोन पर बात, रूस के खिलाफ UNSC में मांगा समर्थन

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से की फोन पर बात, रूस के खिलाफ UNSC में मांगा समर्थन

Updated on: 26 Feb 2022, 07:30 PM

highlights

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने की पीएम मोदी से बात

भारत से यूएन में साथ देने की अपील की

संयुक्त राष्ट्र में मांगा भारत का साथ

नई दिल्ली:

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने फोन पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की. उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यूक्रेन पर जारी रूसी हमलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और इसे रोकने में मदद का आह्वान किया. उन्होंने अपील की है कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस की खिलाफत करे, और उसे हमले रोकने के लिए कहा जाए. जेलेंस्की ने पीएम मोदी से इस मामले में यूक्रेन का साथ देने की अपील की. 

खुद जेलेंस्की (Ukraine President Zelensky) ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से बात की. मैंने उन्हें रूस के हमले के बारे में बताया, साथ ही ये भी बताया कि हमारी जमीन पर 1 लाख से ज्यादा रूसी सैनिक पहुंच चुके हैं. वो हमारे रिहायशी इलाकों पर भारी हमले कर रहे हैं. ऐसे में मैंने भारत से यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में राजनीतिक और कूटनीतिक सपोर्ट देने की अपील की है. हमें अतिक्रमण कर्ताओं को रोकने के लिए एक साथ आना होगा.'

इस मामले में भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से भी जानकारी दी गई है. पीएमओ की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे घटनाक्रम पर चिंता जताई है. उन्होंने भारतीयों की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया.

बता दें कि कुछ दिन पहले ही यूक्रेन के राजदूत ने भी भारत से मदद की अपील की थी और रूस के हमले को रोकने के लिए मध्यस्थता के लिए भी कहा था. यूक्रेन के राजदूत ने महाभारत का उल्लेख करते हुए कहा था कि भारत को अब भगवान कृष्ण की भूमिका निभानी होगी. हालांकि इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्टपति व्लादिमीर पुतिन से भी बात की थी. उन्होंने मामले को कूटनीतिक तरीके से हल करने के लिए कहा था. भारत ने कहा था कि किसी भी मामले का हल युद्ध नहीं है. भारत ने यूएन के मंच पर भी यही बात कही है. हालांकि इसने रूस के मुद्दे पर हुई वोटिंग से खुद को दूर रखा था, लेकिन वोटिंग के दौरान हुई बहस पर इस मामले को बातचीत के माध्यम से हल करने की अपील की थी.