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UK PM Race: भारतीय मूल के ऋषि सुनक पीएम की रेस में सबसे आगे

पूर्व गृह सचिव प्रीति पटेल ने सोमवार को भारतीय मूल के ऋषि सुनक को समर्थन देने का ऐलान किया और इसे अच्छा मौका बताया. उन्होंने कहा कि वह राजनीतिक मतभेद दूर करने की कोशिश में लगी हैं. उन्होंने पहले बोरिस जॉनसन को समर्थन दिया था.  पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के मंत्रिमंडल में सेवा दे चुकीं प्रीति पटेल ने रविवार रात पूर्व पीएम जॉनसन के दौड़ से बाहर होने के बाद समर्थन बदल दिया.

Updated on: 24 Oct 2022, 06:07 PM

लंदन:

पूर्व गृह सचिव प्रीति पटेल ने सोमवार को भारतीय मूल के ऋषि सुनक को समर्थन देने का ऐलान किया और इसे अच्छा मौका बताया. उन्होंने कहा कि वह राजनीतिक मतभेद दूर करने की कोशिश में लगी हैं. उन्होंने पहले बोरिस जॉनसन को समर्थन दिया था.  पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के मंत्रिमंडल में सेवा दे चुकीं प्रीति पटेल ने रविवार रात पूर्व पीएम जॉनसन के दौड़ से बाहर होने के बाद समर्थन बदल दिया.

प्रीत ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, हमारे देश के लिए इस कठिन समय में हमें सार्वजनिक सेवा को पहले रखकर एकजुट होना चाहिए और साथ काम करना चाहिए. हमें अपने देश की परवाह है और हमारे सामने बड़ी चुनौतियों के साथ हमें राजनीतिक मतभेदों को दूर करना चाहिए, ताकि ऋषि सुनक को सफल होने का सबसे अच्छा मौका मिल सके. संसद के 170 से अधिक सदस्यों का समर्थन मिलने के बाद सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं - 10 डाउनिंग स्ट्रीट की चाबियां हासिल करने के लिए उन्हें जरूरी 100 अंक चाहिए.

एकमात्र अन्य उम्मीदवार पेनी मोरडॉउन्ट, टोरी के सांसदों को समर्थन के लिए मनाने की आखिरी कोशिश कर रहे हैं. उसके पास सिर्फ 26 घोषणाएं हैं. ग्रीष्मकालीन नेतृत्व प्रतियोगिता में लिज ट्रस से हारने के कुछ ही हफ्तों बाद सुनक ने पद के लिए चुनाव लड़ने का नया प्रयास किया.

पूर्व चांसलर ने अपनी व्यापक रूप से अपेक्षित उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए एक संक्षिप्त बयान में कहा, मैं अपनी अर्थव्यवस्था को ठीक करना चाहता हूं, अपनी पार्टी को एकजुट करना और अपने देश के लिए काम करना चाहता हूं. प्रीति पटेल के साथ, वरिष्ठ रूढ़िवादी नेता और पूर्व पर्यावरण सचिव माइकल गोव ने भी राष्ट्र हित में पीएम के लिए सुनक का समर्थन किया.

रविवार तक यह स्पष्ट हो गया था कि सुनक को कंजरवेटिव पार्टी के विभिन्न गुटों से मजबूत समर्थन प्राप्त था, मध्यमार्गी सांसदों और यहां तक कि चरम दक्षिणपंथी सुएला ब्रेवरमैन भी उनके पक्ष में आ रहे थे. ब्रेवरमैन ने पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री लिज ट्रस की सरकार से इस्तीफा दे दिया था.

सुनक इंफोसिस के संस्थापक एन.आर. नारायणमूर्ति के दामाद हैं.