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तालिबान को जवाबदेह बनाने के लिए ब्रिटेन उठाएगा ये बड़ा कदम

ब्रिटेन तालिबान पर प्रतिबंध लगाएगा. डॉमनिक राब ने कहा कि हम ओडीए यानी अफगानिस्तान को मिलने वाली आधिकारिक विकास सहायता रोक देंगे.

Updated on: 18 Aug 2021, 07:09 AM

highlights

  • ब्रिटेन तालिबान पर कार्रवाई करने के मूड में
  • आर्थिक प्रतिंबध लगाया जाएगा
  • तालिबान को बनना होगा व्यावहारिक 

नई दिल्ली :

अफगानिस्तान (Afghanistan) में अब तालिबान (Taliban) का राज आ गया है. पूरी दुनिया में चिंता की स्थिति पैदा हो गई है. आतंकी संगठन के हाथ में अफगानिस्तान की बागडोर जाने से ब्रिटेन भी परेशान है. उसने तालिबान पर हर मुमकिन कार्रवाई करने की बात कही है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने बताय कि तालिबान को जवाबदेह ठहराया जाएगा. ब्रिटेन अपने पास मौजूद सभी साधनों का इस्तेमाल करेगा. उन्होंन कहा कि तालिबान इतनी जल्दी अफगानिस्तान को अपने कब्जे में ले लेगा सोचा नहीं था. वहीं, ब्रिटिश गृह सचिव प्रीति पटेल ने बताया कि ब्रिटेन 20,000 अफगान शरणार्थियों को शरण देगा.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ब्रिटेन तालिबान पर प्रतिबंध लगाएगा. डॉमनिक राब ने कहा कि हम ओडीए यानी अफगानिस्तान को मिलने वाली आधिकारिक विकास सहायता रोक देंगे. यह एक अच्छा उपाय होगा. क्रूर सजा के लिए मशहूर तालिबान ने कहा है कि वो इस बार अफगानिस्तान का विकास करना चाहते हैं. वो दूसरे देशों से सहयोग की उम्मीद करते हैं. तो क्या ब्रिटेन मौजूदा बंदिशों में राहत देगा. इस पर ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने कहा कि हमारी कार्रवाई में सभी वित्तीय साधन शामिल है. ये तालिबान के बर्ताव पर निर्भर करता है. 

तालिबान की रफ्तार का पता होता तो कार्रवाई करते 

तालिबान इतनी तेजी से आगे अफगानिस्तान की तरफ बढ़ रहा है इसे लेकर किसी को उम्मीद नहीं थी. उन्होंने कहा कि अगर हमें यह पता होता तो हम कार्रवाई जरूर करते .इसके साथ ही ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने साफ कर दिया कि ब्रिटेन कभी भी तालिबान के सात सामान्य रिश्ता नहीं बनाएगा. क्योंकि तालिबान इस्लामिक संगठन मानवाधिकार मानकों पर खरा नहीं उतरता है. 

ब्रिटेन तालिबान पर नहीं करता भरोसा 

इसके साथ ही ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने कहा कि तालिबानी नेताओं को व्यावहारिक होना होगा. ब्रिटेन के थर्ड पार्टी के जरिए तालिबान से रिश्ते होंगे. लेकिन वो सीधे तालिबान से नहीं जुड़ेगे.

उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल पश्चिम पर हमला करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए. तालिबान को उदार बनाने के लिए आर्थिक प्रतिबंध लगाना जरूरी है. बता दें कि तालिबान ने साफ किया है कि वो अपनी धरती का इस्तेमाल किसी दूसरे मुल्क में आतंकवाद फैलान के लिए नहीं करेगा.

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इसके साथ ही ब्रिटेन ने कहा कि तालिबान पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए. लेकिन यह भी देखा जाना चाहिए कि तालिबान क्या इस बार उदार बनेगा और वो पश्चिमी देशों से बातचीत के लिए तैयार है या नहीं.