अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की साइबर सुरक्षा टीम के 7 सदस्यों ने सामूहिक रुप से इस्तीफा दे दिया है। इन सभी सदस्यों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की अनदेखी का आरोप लगाया है।
इस्तीफा देने वालों में पूर्व अमेरिकी चीफ डेटा साइंटिस्ट डीजे पाटिल (भारतीय मूल), पूर्व ऑफिस ऑफ साइंस एवं टेक्नोलॉजी पॉलिसी चीफ ऑफ स्टॉफ क्रिस्टीन डोरगेलो और पर्यावरण गुणवत्ता पर व्हाइट हाउस परिषद के प्रबंध निदेशक क्रिस्टी गोल्डफस भी शामिल हैं।
फॉर्च्यून की रिपोर्ट के मुताबिक एनआईएसी (राष्ट्रीय आधारभूत सलाहकार परिषद) के सदस्यों ने सामूहिक इस्तीफा पत्र में साइबर सुरक्षा के प्रति अमेरिकी प्रशासन की कमज़ोरी और अमेरिका की 'नैतिक संरचना' को कम आंके जाने को लेकर अपनी चिंता ज़ाहिर की है।
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सदस्यों ने पत्र में कहा, 'मोरल इंफ्रास्ट्रक्चर हमारे देश का आधार है, जिस पर हमारा भौतिक इंफ्रास्ट्रक्चर निर्मित है। प्रशासन के कार्यकलापों ने इसके महत्व को कम करके आंका है।'
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिकी इंटेलिजेंस कम्युनिटी के उस रिपोर्ट का अनुमोदन नहीं किया, जिसमें बताया गया था कि 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रूस ने हैकिंग कर प्रोपगेंडा किया था।
उन्होंने कहा, 'आपने साइबर सुरक्षा की इस महत्वपूर्ण प्रणाली को लेकर पैदा हो रहे खतरों को लेकर समुचित ध्यान नहीं दिया। इस पर सभी अमेरिकी निर्भर हैं।'
आगे उन्होंने कहा, ''चार्लोट्सविले में भयानक हिंसाओं के बारे में ध्यान दिलाए जाने पर 'असहिष्णुता और घृणा पैदा करने वाले समूहों की हिंसा की निंदा करने' में उनकी विफलता रही। यह भी एक कारण है, जिससे उन्हें इस्तीफा देना पड़ा है।''
इन सदस्यों ने पैनल की प्रस्तावित त्रैमासिक व्यावसायिक बैठक से कुछ समय पहले इस्तीफा दिया है।
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Source : News Nation Bureau