ट्रंप ने की फ्रांस के राष्ट्रपति से बात कहा-ईरान में विरोध प्रदर्शन सरकार की विफलता

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन के बीच रविवार को फोन पर बात हुई।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन के बीच रविवार को फोन पर बात हुई।

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sankalp thakur
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ट्रंप ने की फ्रांस के राष्ट्रपति से बात कहा-ईरान में विरोध प्रदर्शन सरकार की विफलता

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन के बीच रविवार को फोन पर बात हुई। बातचीत में दोनों ने कोरियाई प्रायद्वीप में विकास के मुद्दे पर भी चर्चा की और साथ ही ईरान में जारी विरोध प्रदर्शन पर भी बात की।

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दोनों का मानना है कि ईरान में व्यापक विरोध सरकार की विफलता का संकेत है।

व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया, 'दोनों देश के राष्ट्रपति भी इस बात पर सहमत हुए हैं कि ईरान में व्यापक प्रदर्शन ईरानी सरकार की विफलता है। वहां की सरकार अपने देश का जनता की जरूरतों को पूरा करने में विफल रही है और राष्ट्र के धन को आतंकवाद और विदेशों में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए खर्च कर रही है।'

आपको बता दे कि कुछ दिन पहले ही ईरान के कई शहरों में लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया था। इसके बाद राष्ट्रपति हसन रोहानी ने माना है कि बढ़ती महंगाई को लेकर लोगों में हताशा है। सैकड़ों लोग गिरफ्तार किए गए हैं जबकि सोशल मीडिया और मैसेजिंग एप ब्लॉक कर दिए गए हैं।

ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों की शुरुआत 28 दिसंबर को मशाद शहर से हुई, जब बढ़ती महंगाई के खिलाफ सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए। अगले दो दिनों के भीतर ये प्रदर्शन राजधानी तेहरान समेत कई और शहरों तक पहुंचे गए।

और पढ़ें: ईरान में प्रदर्शनों के लिए खामेनेई ने 'दुश्मनों' को जिम्मेदार ठहराया, मृतकों की संख्या बढ़कर 22 हुई

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने देश में हो रहे प्रदर्शनों के लिए मंगलवार को 'दुश्मनों' को जिम्मेदार ठहराया। इस बीच, देश में हिंसक प्रदर्शनों में मृतकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ बीते गुरुवार से शुरू हुए प्रदर्शनों पर खामेनेई ने मंगलवार को पहली प्रतिक्रिया दी। उन्होंने 'देश के दुश्मनों पर ईरान के खिलाफ ताकतों से हाथ मिलाने और हाल के दिनों की हिंसा' का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, 'दुश्मन मौके की ताक में थे, कोई कमी ढूंढ़ रहे थे, जिसके जरिए वे अपना दखल दे सकें। बीते कुछ दिनों की घटनाओं को देखिए। वे सभी जो इस्लामिक गणतंत्र के खिलाफ हैं, उन सभी ने इस्लामी क्रांति के लिए दिक्कतें पैदा करने के वास्ते आपस में हाथ मिला लिए हैं।'

और पढ़ें: ईरान के प्राथमिक स्कूलों में अंग्रेजी पढ़ाने पर लगी रोक, बताया ईरानी संस्कृति के लिए खतरा

Source : News Nation Bureau

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