अमेरिकी कांग्रेस के एक वरिष्ठ रिपब्लिकन सदस्य ने नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सलाह दी है कि वो तिब्बत के बौद्ध गुरु दलाई लामा से मुलाकात कर चीन और तिब्बत के बीच शांति स्थापित करने में सहयोग करें।
कांग्रेस सदस्य जिम सेनसेनब्रेनर ने डोनंल्ड ट्रंप को लिखे पत्र में कहा है, "आप राष्ट्रपति के रुप में कार्यभार संभालने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में मैं आपको सुझाव देना चाहूंगा कि आप दलाई लामा से भी मुलाकात करें।" छह दिसंबर को लिखे गए इस पत्र की एक प्रति गुरुवार को जारी की गई।
ट्रंप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति चुने गए हैं। अभी तक ट्रंप और नवनिर्वाचित उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने दुनिया के करीब 50 नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। इन नेताओं में भारत के प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने दलाई लामा से संबंध बनाए रखे हैं, लेकिन ये संबंध तिब्बतियों के धार्मिक और आध्यात्मिक नेता के रूप में हैं। अमेरिका के किसी भी राष्ट्रपति ने जब कभी दलाई लामा से व्हाइट हाउस में मुलाकात की है, उस पर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
हालांकि ट्रंप ने अभी तक दलाई लामा से बात नहीं की है।
सेनसेनब्रेन्नर ने कहा, "चीन तिब्बती लोगों की स्वायत्तता को स्वीकार करने से इनकार करता रहा है। तिब्बत के लोग लगातार संघर्ष कर रहे हैं और उनको अपनी संस्कृति को बचाए रखने का अधिकार है।"
उन्होंने अपने पत्र मं कहा है, "पिछली आधी सदी में अमेरिका के तिब्बत सरकार और इसके लोगों के साथ मजबूत और स्थायी संबंध रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि आप तिब्बत के साथ इस मजबूत संबंध को बनाए रखेंगे और तिब्बत व चीन के बीच शांति को बढ़ावा देंगे।"
सेनसेनब्रेनर 1979 से अमेरिकी सांसद के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने 2008 में दलाई लामा से मुलाकात की थी।
Source : News Nation Bureau