भारत-चीन सीमा से संबंधित मुद्दे पर एक और बैठक करने पर सहमत हुए हैं. यह सहमति ब्रिक्स समिट से इतर पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद बनी है. मोदी और चिनफिंग 11वें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ब्राजील में हैं. उल्लेखनीय है कि पिछले साल नवंबर में चीन के चेंगडु में विशेष प्रतिनिधि एनएसए अजित डोभाल, उनके चीनी समकक्ष और विदेश मंत्री वांग यी के बीच 21वें दौर की सीमा वार्ता हुई थी. गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच एलएसी के 3,488 किलोमीटर लंबे एलएसी को लेकर विवाद है. चीन अरुणाचल पर अपना दावा करता है, जबकि भारत इसका विरोध करता आया है.
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अभी तारीख तय नहीं
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार, पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी ने इस बात पर सहमति बनाई की विशेष प्रतिनिधि सीमा के मसले पर एक और बैठक करेंगे. दोनों नेताओं ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बरकरार रखने के महत्व को दोहराया. हालांकि, विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी नहीं दी है कि वार्ता कब आयोजित की जाएगी.
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ब्राजील में ब्रिक्स बैठक में बनी सहमति
इस वार्ता के राष्ट्रपति चिनफिंग के भारत दौरे से पहले सिंतबर में होने की संभावना थी, लेकिन शेड्युल में तालमेल न बैठने के कारण इसका आयोजन नहीं किया जा सका. 21वें दौर की वार्ता में दोनों ही पक्ष सीमा विवाद को जल्द सुलझाने के लिए वार्ता तेज करने पर सहमत हुए थे. विशेष प्रतिनिधि सर्वोच्च आधिकारिक स्तर का फोरम है, जिसको न सिर्फ सीमा के मसले के समाधन पर चर्चा का अधिकार है, बल्कि दो देशों से संबंधित अन्य मसलों पर भी चर्चा करता है.
HIGHLIGHTS
- भारत-चीन सीमा से संबंधित मुद्दे पर एक और बैठक करने पर सहमत हुए हैं.
- भारत और चीन के बीच 3,488 किमी लंबी एलएसी को लेकर विवाद है.
- चीन अरुणाचल पर दावा करता है, जबकि भारत विरोध करता आया है.