उत्तर कोरिया (North Korea) के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने दावा किया कि उनका देश कोरोना वायरस संक्रमण (Corona Virus Infection) से पूरी तरह मुक्त है. उत्तर कोरिया ने यह दावा ऐसे समय में किया है जब दुनियाभर में संक्रमण के मामले करीब दस लाख पहुंच गए हैं. पहले से ही अलग-थलग परमाणु संपन्न उत्तर कोरिया ने चीन में संक्रमण के मामले आने के तुरंत बाद जनवरी में अपनी सीमाएं बंद कर दी थी और इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाए थे. उत्तर कोरिया के केंद्रीय आपात महामारी रोधी मुख्यालय के महामारी रोधी विभाग के निदेशक पाक म्योंग सु ने दावा किया कि देश के प्रयास पूरी तरह सफल रहे.
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पाक म्योंग सु ने कहा, ‘‘हमारे देश में अभी तक एक भी व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हुआ है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने हमारे देश में प्रवेश करने वाले सभी कर्मियों को पृथक करने तथा सभी वस्तुओं को संक्रमण मुक्त करने के साथ ही सीमाओं को बंद करने तथा समुद्र और हवाई मार्ग को बंद करने जैसे कदम उठाए.’’ दक्षिण कोरिया में अमेरिका के शीर्ष सैन्य कमांडर ने गत महीने कहा था कि उन्हें पूरा यकीन है कि उत्तर कोरिया में संक्रमण के मामले हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी कहा था कि उत्तर कोरिया में कुछ चल रहा है और उन्होंने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन को भेजे निजी पत्र में महामारी रोधी काम में सहयोग की पेशकश की थी.
उधर, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस पर चीन के आधिकारिक आंकडों पर संदेह जताया है. दरअसल अमेरिका के सांसदों ने एक खुफिया रिपोर्ट के आधार पर चीन पर इस पूरे मामले की सच्चाई को छिपाने का आरोप लगाया जिसके बाद ट्रंप ने यह प्रतिक्रिया दी. ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा,‘‘हमें कैसे पता चलेगा कि आंकड़े सटीक हैं. संख्या कम प्रतीत होती है.’’ हालांकि उन्होंने कहा कि चीन के साथ अमेरिका के संबंध अच्छे हैं और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ उनसे निकट संबंध हैं.
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रिपब्लिकन सांसदों ने ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए नाराजगी जताई थी कि बीजिंग ने वुहान से शुरू हुए संक्रमण और उससे होने वाली मौतों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह किया. ब्लूमबर्ग ने यह रिपोर्ट अमेरिकी खुफिया विभाग के हवाले से प्रकाशित की है. जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के अनुसार चीन ने बुधवार तक संक्रमण के कुल 82,361 मामले और 3,316 लोगों की मौत के आंकडें जारी किए थे.
रिपब्लिकन सांसद बेन सासे ने चीन के इन आंकडों को बकवास बताया है. उन्होंने कहा कि चीन की तुलना में अमेरिका में संक्रमण से ज्यादा मौतें होने का दावा गलत है. इसी रिपोर्ट पर प्रतिनिधि सभा में विदेश मामलों की समिति में शीर्ष रिपब्लिक सांसद माइकल मैकॉल ने कहा कि ‘कोविड-19के खिलाफ लड़ाई में चीन भरोसेमंद सहयोगी नहीं है. मैकॉल ने कहा, ‘इंसान से इंसान में संक्रमण फैलने के बारे में उन्होंने पूरी दुनिया से झूठ बोला,सच्चाई बताने वाले चिकित्सकों और पत्रकारों को खामोश किया और अब वे संक्रमितों से संबंधित सही आंकडे छिपाने की कोशिश कर रहे हैं.’ कई सांसदों ने विदेश मंत्रालय से इस मामले की जांच कराने की मांग की है.
Source : Bhasha