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kim jong( Photo Credit : ani)
उत्तर कोरिया में इन दिनों कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. यहां पर एक सप्ताह पहले ही कोरोना का पहला मामला मिला था. इसके बाद से मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. हालात पर काबू पाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है. कोरिया में कोरोना के बढ़ते मामले पूरी दुनिया के लिए खतरा बन सकते हैं. इससे पड़ोसी देशों में भी महामारी के मामलों में तेजी आ सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आगाह किया है कि उत्तर कोरिया जैसी जगहों से कोरोना का नया वेरिएंट पैदा हो सकता है. कोरिया में टीकाकरण की रफ्तार काफी धीमी है. इस कारण यहां कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने की संभावना बनी हुई है.
उत्तर कोरिया विश्व स्वास्थ्य संगठन का सदस्य है, मगर ये एक अलग थलग देश है. वह पहले भी कोरोना के प्रकोप से निजात नहीं पा सका. ऐसे में वैक्सीन की कमी और चिकित्सकीय सुविधा के अभाव में वहां कोरोना का बहुत अधिक खतरा बना हुआ है. उत्तर कोरिया में कोरोना वायरस के प्रकोप के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में विश्व स्वास्थ्य संगठन के निदेशक माइक रायन ने कहा कि अगर कोई देश उपलब्ध तरीकों का उपयोग नहीं करता है तो निश्चित तौर पर यह एक चिंता की बात हो सकती है.
उत्तर कोरिया में कोरोना बेकाबू हो चुका है. मंगलवार को यहां 232,880 नए मामले सामने आए. वहीं 24 घंटे में छह लोगों के मौत की पुष्टि हुई है. उत्तर कोरिया में इसके लिए तानाशाह किम जोंग उन ने अधिकारियों को जिम्मेदार बताया है. उसने दवा की सप्लाई में तेजी लाने के लिए जवानों को लगाने का आदेश दिया है.
HIGHLIGHTS
- हालात पर काबू पाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है
- कोरिया में टीकाकरण की रफ्तार काफी धीमी है