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kandahar bomb blast:मस्जिद पर हुए बम बलास्ट में मरने वालों की संख्या हुई 30, नमाज के दौरान हुआ हमला

अफगानिस्तान (afghinastan) पर जब से तालिबान ने कब्जा किया है. वहां के लोगों का जीवन नरक बन गया है. लोग अपने घरों में खौफ के साये में जी रहे हैं. साथ ही कब्जे के बाद शिया समुदाय के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.

Updated on: 15 Oct 2021, 04:17 PM

highlights

  • तालिबानी कब्जे के बाद बढ़ गए शिया समुदाय के हमले
  • नमाज के दौरान बनाया लोगों को निशाना 
  • पिछले शुक्रवार को भी हुआ था आत्मघाती हमला 

नई दिल्ली :

अफगानिस्तान (afghinastan) पर जब से तालिबान ने कब्जा किया है. वहां के लोगों का जीवन नरक बन गया है. लोग अपने घरों में खौफ के साये में जी रहे हैं. साथ ही कब्जे के बाद शिया समुदाय के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. शुक्रवार को नमाज के दौरान कंधार मस्जिद पर बम बलास्ट कर दिया गया. जिसके चलते अभी 30 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है. मौत की संख्या अभी बढ़ भी सकती है. क्योंकि रेस्क्यू जारी है. हमलावरों ने शुक्रवार को मस्जिद को इसलिए निशाना बनाया ताकि जुमे की नमाज के दौरान ज्यादा लोगों को तारगेट किया जा सके. आपको बता दें कि पिछले शुक्रवार को भी कुंदुज में एक शिया मस्जिद पर आत्मघाती हमला हुआ था. इस हमले में भी 50 से ज्यादा लगों के मारे जाने की सूचना है..

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टोलो न्यूज के मुताबिक यह विस्फोट कंधार शहर के पुलिस डिस्ट्रिक्ट वन (पीडी1) की एक मस्जिद में हुआ.. यह मस्जिद बीबी फातिमा मस्जिद या इमाम बरगाह के नाम से प्रसिद्ध है. धमाका नमाज के दौरान हुआ, जब सैकड़ों लोगों की भीड़ मौजूद थी.. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि इस धमाके में बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं. अभी तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. जानकारी के मुताबिक हमले में 100 से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी खबर  है. हालाकि इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है.


कोई नहीं हमले की जिम्मेदारी लेने को तैयार 
कंधार में शिया समुदाय की मस्जिद पर हुए हमले की अभी तक किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है. इसके बावजूद माना जा रहा है कि इस विस्फोट के पीछे अफगानिस्तान में सक्रिय आईएसआईएस खुरसान गुट का हाथ हो सकता है. आईएसआईएस शिया मुस्लिमों का विरोध करता है.. इतना ही नहीं, वह हजारा और दूसरे अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदायों का भी विरोधी है.. जानकारी के मुताबिक हमले में मरने वालों की संख्या में अभी इजाफा होने की संभावना है.