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तालिबान का वादा: शरिया कानून के तहत महिलाओं को मिलेगा यह अधिकार

तालिबान के प्रवक्ता ने कहा, 'तालिबान की प्राथमिकता कानून व्यवस्था बनाने की है. इसके बाद लोग शांति से रह सकेंगे.' जबीहुल्ला मुजाहिद बोले, 'हम लोग काबुल में भगदड़ का माहौल नहीं चाहते थे.

Updated on: 17 Aug 2021, 11:57 PM

highlights

  • तालिबान ने वादा किया कि उनके राज में देश की अर्थव्यवस्था और लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा
  • तालिबान ने महिलाओं को अधिकार देने की बात भी दोहराई है
  • तालिबान प्रवक्ता ने कहा है कि महिलाओं को स्कूल और हॉस्पिटल में काम करने की छूट होगी

काबुल:

अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस (Taliban press conference) की है. इसमें तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने भरोसा दिया है कि वह किसी भी अंतरराष्ट्रीय दूतावास या संस्था को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. प्रवक्ता ने कहा कि तालिबान सरकार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ से मान्यता दी जानी चाहिए. तालिबान ने महिलाओं को अधिकार देने की बात भी दोहराई है. प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि बीते वक्त में उनसे जिसने भी युद्ध किया उनको तालिबान ने माफ कर दिया है. जबीहुल्ला मुजाहिद ने लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिया है. वह बोले कि तालिबान किसी से बदला नहीं लेगा.

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तालिबान ने वादा किया कि उनके राज में देश की अर्थव्यवस्था और लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा.  तालिबान के प्रवक्ता ने कहा, 'तालिबान की प्राथमिकता कानून व्यवस्था बनाने की है. इसके बाद लोग शांति से रह सकेंगे.' जबीहुल्ला मुजाहिद बोले, 'हम लोग काबुल में भगदड़ का माहौल नहीं चाहते थे. इसलिए काबुल के बाहर रुक गए थे. फिर बिना हिंसा के सत्ता परिवर्तन हुआ. पिछली सरकार अयोग्य थी. वह सुरक्षा तक नहीं दे सकती थी. हम सभी विदेशी संस्थाओं को सुरक्षा देंगे, हम अफगानिस्तान से बाहर या अंदर किसी को दुश्मन नहीं बनाना चाहते.' प्रवक्ता ने यह भी कहा कि दुनिया उनपर भरोसा करे और सत्ता परिवर्तन में दखल ना दे. 

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तालिबान प्रवक्ता ने कहा है कि महिलाओं को स्कूल और हॉस्पिटल में काम करने की छूट होगी. मुजाहिदी ने कहा कि इस्लाम के हिसाब से महिलाओं को अधिकार मिलेंगे और उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा. प्रवक्ता ने कहा कि अफगान को अपने नागरिकों के लिए ऐसे नियम बनाने की छूट है जो उनके मूल्यों के हिसाब से सही हों. ऐसे में दूसरे देशों को उनका सम्मान करना चाहिए. क्या मीडिया में भी महिलाएं काम कर सकेंगी? इस सवाल पर प्रवक्ता ने घुमा-फिराकर जवाब दिया. वह बोले कि जब तालिबान सरकार बन जाएगी तब साफ-साफ बताया जाएगा कि शरिया कानून के हिसाब से क्या-क्या छूट मिलेंगी. मीडिया को काम करने की आजादी होगी? इसपर तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि मीडिया को काम करने की आजादी है लेकिन उसे इस्लामिक मूल्यों के खिलाफ काम नहीं करने को कहेंगे. तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि आने वाले वक्त में अफगानिस्तान में कोई किसी को किडनैप नहीं कर सकेगा. कोई किसी की जान नहीं ले सकेगा. सुरक्षा को लगातार बढ़ाएंगे. देश छोड़कर गए लोगों के बारे में प्रवक्ता ने कहा कि वह चाहते हैं कि लोग देश से बाहर ना जाएं. ये उनका भी देश है.