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अफगानिस्तान: यूनिवर्सिटी में बारी-बारी से पढ़ेंगे लड़के और लड़कियां, तालीबान ने जारी किया फरमान

अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से तालिबान के जुल्म लगातार जारी हैं. इसका सबसे ज्यादा असर शिक्षा व्यवस्था पर पड़ा है. पहले लड़के-लड़कियों की एक साथ पढ़ाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.

Updated on: 23 Apr 2022, 10:39 PM

काबुल:

अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से तालिबान के जुल्म लगातार जारी हैं. इसका सबसे ज्यादा असर शिक्षा व्यवस्था पर पड़ा है. पहले लड़के-लड़कियों की एक साथ पढ़ाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. अब इसका विकल्प भी निकाला गया है. इस्लामिक अमीरात प्रशासन ने काबुल के दो प्रमुख विश्वविद्यालयों में लड़के-लड़कियों की अलग-अलग पढ़ाई को लेकर नए  नियम जारी किए हैं. तालिबान की यूनिवर्सिटी एकेडमिक काउंसिल की तरफ से जारी किए गए आदेश में बताया   गया है कि अब यूनिवर्सिटीज में एक दिन लड़के और दूसरे दिन लड़कियों की कक्षाएं लगेंगी. जिस दिन लड़कियों की कक्षा होगी, उस दिन विश्वविद्यालय में लड़कों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाएगा. जिस दिन लड़कों कक्षा होगी, उस दिन लड़कियों को अंदर आने की अनुमति  नहीं मिलेगी, यानी हफ्ते में तीन दिन लड़के और तीन दिन लड़कियों की कक्षाएं चलेंगी.

जारी किया आधिकारिक बयान

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक अमीरात के शिक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि नए सेमेस्टर में देश के विश्वविद्यालयों में लड़कियों और लड़कों के लिए कक्षाएं तय की गईं हैं. विश्वविद्यालय एकेडमिक काउंसिल के अनुसार नए सेमेस्टर में सप्ताह में तीन दिन लड़कियों     को और सप्ताह में तीन दिन लड़कों को अनुमति दी गई है. 

तालिबान की मंशा क्या है

तालिबान के इस ऐलान के पीछे उसकी एक बड़ी चाल बताई जा रही है. दरअसल अफगानिस्‍तान की सरकार शिक्षा के लिए अधिक खर्च नहीं करना चाहती है. इस कारण वह लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग स्‍कूल नहीं बनाना चाहती है. वहीं अफगानिस्‍तान में इतने बड़े पैमाने पर महिला टीचर नहीं हैं जो लड़कियों को अलग से पढ़ा सकें. ऐसे में वह उच्च शिक्षा  को हतोत्साहित करने के लिए सरकार ऐसे कदम उठा रही है.