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चीन को मिला करारा जवाब, ताइवान ने कहा हम एक स्वतंत्र देश

ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता जेवियर चांग ने कहा कि ताइवान एक संप्रभु और स्वतंत्र देश है. वह पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का हिस्सा नहीं है. उन्होंने कहा कि ताइवान देश का भविष्य ताइवान के हाथों में है.  

Updated on: 10 Oct 2021, 12:19 AM

highlights

  • चीन ने कहा था कि ताइवान और चीन का मुद्दा आपसी मामला है
  • ताइवान ने चीन के उस बयान पर कड़ा संदेश दिया है
  • ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता जेवियर चांग ने कहा कि ताइवान एक संप्रभु और स्वतंत्र देश है

नई दिल्ली:

ताइवान ने चीन के उस बयान पर कड़ा संदेश दिया है. जिसमें चीन ने कहा था कि ताइवान और चीन का मुद्दा आपसी मामला है और चीन इस मुद्दे पर किसी भी तरह से बाहरी हस्तक्षेप को स्वीकार्य नहीं करेगा. ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता जेवियर चांग ने कहा कि ताइवान एक संप्रभु और स्वतंत्र देश है. वह पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का हिस्सा नहीं है. उन्होंने कहा कि ताइवान देश का भविष्य ताइवान के हाथों में है. ताइवान ने शनिवार को चीन (China) की उस टिप्पणी पर पलटवार करके जवाब दिया.  

ताइवान की तरफ से यह बयान ऐसे समय पर आया है जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तरफ से ताइवान के साथ संबंधों को शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ाने की बात कही गई है. चीन की तरह से यह भी कहा गया कि चीन ताइवान के मसले पर विदेशी हस्तक्षेप का कड़ाई से विरोध करेगा. शिन्हाई क्रांति की 110वीं वर्षगांठ के मौके पर अपने संबोधन के दौरान शी जिनपिंग ने कहा, “ताइवान मुद्दा विशेष रूप से चीन का आंतरिक मामला है.

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चीनी राष्ट्रपति की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चांग ने कहा कि 1911 की शिन्हाई क्रांति के बाद जो हुआ वह एक लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना थी, जिसमें चीनी गणराज्य का जिक्र था, न कि एक सत्तावादी तानाशाही का. हांगकांग की वर्तमान स्थिति साबित करती है कि चीन ने संरक्षित करने के अपने वादे को छोड़ दिया है.

प्रवक्ता ने कहा कि ताइवान में मुख्यधारा की जनता की राय बहुत स्पष्ट है, ताइवान के लोग “एक देश, दो प्रणाली” को अस्वीकार करते हैं और अपने लोकतांत्रिक और जीवन के स्वतंत्र तरीके की रक्षा करेंगे.