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प्रतीकात्मक तस्वीर
स्विट्जरलैंड के एक होटल ने भारतीय मेहमानों के लिए बाकायदा आचार संहिता जारी की है. आचार संहिता में भारतीय मेहमानों को कायदे से रहने के लिए नोटिस जारी किया गया है. प्रमुख भारतीय उद्योगपति और RPG ग्रुप के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने इस पर अपनी आपत्ति जताई है. होटल जीस्टैड ने भारतीय मेहमानों को संबोधित करते हुए एक नोटिस जारी किया है. होटल ने एक सूची भी जारी की है, जिसका पालन करते हुए वे होटल में छुट्टियों का आनंद ले सकते हैं. होटल के मैनेजर क्रिस्टीन मैट्टी के हस्ताक्षर वाली नोटिस में कहा गया है कि भारतीय मेहमान नाश्ते की मेज से कुछ भी उठाकर नहीं ले जाएंगे. साथ ही यह भी कहा गया है कि कृपया अपने साथ कुछ न ले जाएं, यहां का खाना सिर्फ नाश्ते के लिए है. आपको यदि लंच बैग चाहिए तो आप सर्विस स्टाफ से ऑर्डर करें और इसके लिए भुगतान करें.'
Reading this notice I felt angry, humiliated and wanted to protest.
But a realisation dawned that we as tourists are loud, rude, not culturally sensitive. With India becoming an international power, our tourists are our best global ambassadors. Let’s work on changing our image! pic.twitter.com/7R4ZrZIXKi— Harsh Goenka (@hvgoenka) July 22, 2019
होटल के नोटिस में भारतीयों को शोर-शराबा न करने की भी हिदायत दी गई है. नोटिस में लिखा है, आपके अलावा होटल में दुनिया भर से आए मेहमान रहते हैं. वे भी शांति और सहजता चाहते हैं, इसलिए हमारा अनुरोध है कि कॉरिडोर में शांति बनाए रखें और बॉलकनी में भी तेज आवाज में बात न करें.'
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भारतीय उद्यमी हर्ष गोयनका ने इस नोटिस को टि्वटर अकाउंट पर साझा करते हुए कहा- वे इससे अपमानित महसूस कर रहे हैं और इसका विरोध करना चाहते हैं. नोटिस से ऐसी धारणा बन रही है कि भारतीय तेज बोलते हैं, असभ्य हैं और पर्यटकों के रूप में सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील नहीं हैं.
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गोयनका ने भारतीयों से अपील की है कि वे अपनी छवि में सुधार करें. जब भारत एक इंटरनेशनल पावर बन रहा है, ऐसे में हम सबको मिलकर इस छवि को बदलनी होगी. गोयनका के ट्वीट के जवाब में बहुत से लोगों ने यह स्वीकार किया है कि भारतीय थोड़े तेज बोलने वाले और असंवेदनशील होते हैं, लेकिन उनका कहना है कि किसी होटल द्वारा इस तरह का नोटिस लगाना नस्लवादी है.
Source : News Nation Bureau