logo-image

Sweden ने 'अनिश्चित अवधि' तक पाकिस्तान में दूतावास बंद किया, बताई ये बड़ी वजह

स्वीडिश शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश लेने के इच्छुक पाकिस्तानी छात्र सबसे अधिक प्रभावित होंगे, क्योंकि स्वीडन में नया शैक्षणिक सत्र अगस्त में शुरू होता है.

Updated on: 12 Apr 2023, 03:24 PM

highlights

  • इस्लामाबाद में सुरक्षा कारणों से स्वीड़िश दूतावास अनिश्चितकाल के लिए बंद
  • आदेश में कहा- आवेदकों और कर्मचारियों की सुरक्षा है सर्वोच्च प्राथमिकता
  • स्वीडिश शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ने के इच्छुक छात्र होंगे सबसे ज्यादा प्रभावित

इस्लामाबाद:

स्वीडन (Sweden) ने बुधवार को इस्लामाबाद में सुरक्षा स्थिति का हवाला देते हुए पाकिस्तान (Pakistan) में अपने दूतावास को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया. बताया जा रहा है कि दूतावास (Embassy) इसके फिर से खुलने के संबंध में भी किसी प्रश्न का उत्तर नहीं दे रहा है. स्वीडिश दूतावास के एक बयान में कहा गया है, 'इस्लामाबाद में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के कारण स्वीडन का दूतावास आगंतुकों के लिए बंद है. माइग्रेशन विभाग इस समय किसी भी प्रकार के अनुरोधों को संभालने में सक्षम नहीं है. इसके अलावा  हम अपने वाणिज्य दूतावास, गेरी के, स्वीडन या आपके घर के पते पर कोई दस्तावेज़ नहीं भेज सकते हैं. हम समझते हैं कि इससे आपको असुविधा होगी, लेकिन हमारे आवेदकों और कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है.'

स्वीडिश शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ने के इच्छुक छात्र होंगे सबसे ज्यादा प्रभावित
रिपोर्टों में कहा गया है कि स्वीडिश शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश लेने के इच्छुक पाकिस्तानी छात्र सबसे अधिक प्रभावित होंगे, क्योंकि स्वीडन में नया शैक्षणिक सत्र अगस्त में शुरू होता है. इसके लिए वीजा प्रक्रिया में 4-6 महीने लगते हैं. स्वीडन में पाकिस्तानी दूतावास ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्वीडिश विश्वविद्यालयों के लिए आवेदन करने वाले छात्र जल्द ही वीजा के लिए आवेदन कर सकेंगे. पाकिस्तानी दूतावास ने इस बारे में अपने बयान में कहा, 'इस साल स्वीडिश विश्वविद्यालयों के लिए आवेदन कर रहे कई पाकिस्तानी छात्रों ने हमसे स्थिति के बारे में पूछा. हमें उम्मीद है कि वे जल्द वीजा के लिए आवेदन कर सकेंगे. शिक्षा हमारे लंबे समय से चले आ रहे संबंधों का एक महत्वपूर्ण पहलू है और छात्र दोनों देशों के बीच के पुल हैं.'

यह भी पढ़ेंः Bathinda Military Station में फायरिंग का आरोपी गिरफ्तार, पूछताछ शुरू

छात्रों ने विदेश सचिव को लिखा पत्र
फर्स्टपोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्रों ने इस संबंध में विदेश सचिव असद मजीद को पत्र लिखा है. पाकिस्तान पिछले कई वर्षों से अर्थव्यवस्था में गिरावट के साथ आर्थिक संकट से घिरा हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप मुद्रास्फीति की रिकॉर्ड दर और मुद्रा का अवमूल्यन हुआ है. इसके अलावा भयानक बाढ़ ने कोढ़ में खाज वाला काम काम किया है. पाकिस्तान की बाढ़ से 1,739 लोग मारे गए और 30 बिलियन डॉलर के आसपास का नुकसान हुआ है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी नकदी का संकट झेल रहे पाकिस्तान के लिए ग्रोथ आउटलुक को घटा दिया है. इस साल पाकिस्तान की पहले से नाजुक अर्थव्यवस्था की विकास दर सिर्फ 0.5 फीसदी रहेगी. 2022 में विकास दर 6 फीसदी रही.