एक तमिल बोलने वाले कट्टर मौलवी जेहरान हाशिम को श्रीलंका में ईस्टर रविवार के दिन हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. ऐसा बताया जा रहा है कि वह दक्षिण भारत में इस्लामिक स्टेट के प्रति सहानुभूति रखने वाले कुछ लोगों से बीते तीन साल से 'सीधे और लगातार' संपर्क में था और 'प्रो-आईएस मोड्यूल' का गठन करने का मददगार था. सूत्रों ने यह जानकारी दी. हमले में 350 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 500 के आसपास लोग घायल हो गए थे. आतंक-रोधी एजेंसी के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि हाशिम ने अवैध व्यापार और सोशल मीडिया साइट्स जैसे यूट्यूब और फेसबुक के जरिए केरल और तमिलनाडु में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से सहानुभूति रखने वालों से संपर्क विकसित किया.
अधिकारी ने कहा कि इनमें से कई आईएस से सहानुभूति रखने वाले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में हैं और कईयों का नाम 26 फरवरी को दाखिल किए गए आरोपपत्र में है. इनमें से अधिकतर ने आईएस के प्रति निष्ठा जताने से पहले श्रीलंका का दौरा किया था.
गिरफ्तार किए गए आईएस से सहानुभूति रखने वालों में मोहम्मद अशीक, इस्माइल, शमशुद्दीन, जफर सदिक अली और शहाहुल हमीद हैं. इनमें से कुछ हाशिम के संपर्क में थे और जबकि अन्य हाशिम के नेटवर्क के अन्य लोगों से संपर्क में थे जो दक्षिण भारत में एक 'प्रो आईएस मोड्यूल' स्थापित करने की कोशिश कर रहे थे. सभी कोयंबटूर में हिंदू नेताओं को मारने की साजिश करने के आरोप में न्यायिक हिरासत में है. ये तमिलनाडु के विभिन्न क्षेत्रों के रहने वाले हैं.
एक अन्य खुफिया अधिकारी ने कहा कि हाशिम कुरान कक्षाओं के बहाने श्रीलंका में युवाओं को कट्टर बनाने का भी काम करता था और उसे वहां मौलवी के रूप में जाना जाता है.
भारत में केंद्रीय खुफिया एजेंसियां हालांकि इस बात को लेकर निश्चिंत नहीं हैं कि हाशिम श्रीलंका हमले में मारा गया या नहीं. इससे पहले वह इस द्विपीय देश में लोगों की नजर में नहीं था. ऐसा माना जा रहा है कि वह श्रीलंका में इस्लामिक कॉलेज गया था. हालांकि वह अपने समुदाय के बीच प्रसिद्ध नहीं था.
श्रीलंकाई सरकार ने अप्रत्यक्ष रूप से हाशिम को ईस्टर रविवार हमले के मुख्य आरोपी के रूप में बताया है और उसपर आईएस से जुड़े इस्लामिक समूह नेशनल तौहिद जमात(एनटीजे) की अगुवाई करने का आरोप लगाया है. श्रीलंकाई खुफिया अधिकारियों और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे का मानना है कि हाशिम संभवत: हमले का मास्टरमाइंड हो सकता है.
आईएस ने मंगलवार को बिना किसी उचित सबूत मुहैया कराए बगैर हमले की जिम्मेदारी ली थी. आतंकी संगठन द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में एक व्यक्ति जिसे कथित तौर पर हाशिम बताया जा रहा है, वह संगठन के प्रमुख अबु बकर अल बगदादी के प्रति निष्ठा जता रहा है.
एक और अधिकारी ने इस बात की भी पुष्टि की कि ईस्टर रविवार हमले के संबंध में एक खुफिया जानकारी श्रीलंकाई सरकार के साथ शनिवार को साझा की गई थी.
अधिकारियों के मुताबिक, यह चेतावनी विशेष रूप से कोलंबो में चर्च, होटलों और भारतीय दूतावास पर हमले से संबंधित थी. ईस्टर रविवार के दिन यहां तीन चर्चो और चार होटलों को निशाना बनाया गया. अधिकारी ने कहा कि इसी तरह की खुफिया जानकारी श्रीलंकाई खुफिया एजेंटों को 4 अप्रैल और 20 अप्रैल को दी गई. अधिकारी ने कहा, अबतक हमले के संबंध में 50 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
Source : IANS