भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स एक बार फिर इतिहास रचने जा रही हैं. विलियम्स फिर से अंतरिक्ष को चूमने के लिए तैयार हैं. सुनीता विलियम्स बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष स्पेसक्राफ्ट में अंतरिक्ष में उड़ान भरेंगी. नासा ने जानकारी दी है कि यह अंतरिक्ष एयरक्राफ्ट भारतीय समयानुसार सुबह 8.04 बजे लॉन्च किया जाएगा. इस विमान को कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा. सुनीता के साथ बुच विल्मोर साथ जा रहे हैं और दोनों इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में एक हफ्ते रहेंगे.
स्टारलाइनर की पहली होगी उड़ान
आपको बता दें कि यह स्टारलाइनर की पहली अंतरिक्ष यात्रा होगी यानी स्टारलाइनर पहली बार सुनीता और बुच को लेकर जा रहा है. इस मिशन के खर्च की बात करें तो एक अरब डॉलर से ज्यादा खर्च होने का अनुमान है. माना जा रहा है कि अगर यह मिशन सफल रहा तो यह अंतरिक्ष दुनिया के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी. नासा ने 2011 में अपने अंतरिक्ष शटल बेड़े को रिटायर कर दिया था. तब से नासा ने कमर्शियल क्रू प्रोग्राम लॉन्च किया था, जिसके तहत एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स और बोइंग एयरक्राफ्ट बना रही हैं.
तीसरी बार जाने पर क्या कहा?
भारतीय मीडिया न्यूज चैनल से बात करते हुए सुनीता बिलियम्स ने कहा कि जब मैं इंटरेनशनल स्पेस स्टेशन पहुंचूंगी तो ये घर जाने जैसा होगा. 59 साल की सुनीता विलियम्स पहले भी दो बार अंतरिक्ष में जा चुकी हैं. इससे पहले वह 2006 और 2012 में जा चुकी हैं. उन्होंने कुल 322 दिन अंतरिक्ष में बिताए हैं. साल 2006 में उन्होंने 195 दिन और 2012 में 127 दिन बिताए थे. 2012 मिशन की खास बात ये थी कि सुनीता ने तीन बार स्पेसवॉक किया था.
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कैसे पहुंचीं नासा?
सुनीता विलियम्स भारतीय मूल की दूसरी महिला हैं और उनसे पहले कल्पना चावला अंतरिक्ष में जा चुकी हैं. आपको बता दें कि 1987 में अमेरिकी नौसेना अकादमी से स्नातक होने के बाद सुनीता नासा में शामिल हो गईं. साल 1998 में अंतरिक्ष यात्री चुनी गईं. वह मूल रूप से अहमदाबाद, गुजरात की रहने वाली हैं, लेकिन साल 1958 में उनके पिता दीपक पंड्या अमेरिका जाकर बस गए. सुनीता विलियम्स का जन्म साल 1965 में हुआ था.
Source : News Nation Bureau