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सोमालिया की राजधानी में आत्मघाती बम विस्फोट, 5 की मौत, 11 घायल

सोमालिया की राजधानी में सैन्य प्रशिक्षण के प्रवेश द्वार पर एक आत्मघाती बम विस्फोट की खबर सामने आई है. हमलावर ने हमले में खुद को तो उड़ाया ही साथ ही कम से कम पांच और लोगों की जान ले ली. इसके अलावा हमले में 11 लोग घायल हो गए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा बलों के प्रमुख ओडोवा यूसुफ ने कहा कि, सोमालिया राष्ट्रीय सेना ने हमले को विफल कर दिया, हमलावर का लक्ष्य सैन्य प्रशिक्षण था, जहां उसे पहुंचने से सेना ने रोक दिया.

Updated on: 06 Nov 2022, 09:14 PM

मोगादिशु:

सोमालिया की राजधानी में सैन्य प्रशिक्षण के प्रवेश द्वार पर एक आत्मघाती बम विस्फोट की खबर सामने आई है. हमलावर ने हमले में खुद को तो उड़ाया ही साथ ही कम से कम पांच और लोगों की जान ले ली. इसके अलावा हमले में 11 लोग घायल हो गए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा बलों के प्रमुख ओडोवा यूसुफ ने कहा कि, सोमालिया राष्ट्रीय सेना ने हमले को विफल कर दिया, हमलावर का लक्ष्य सैन्य प्रशिक्षण था, जहां उसे पहुंचने से सेना ने रोक दिया.

युसूफ ने शनिवार रात सोमालिया समाचार एजेंसी को बताया, जनरल धागाबादन सैन्य प्रशिक्षण केंद्र पर हमले के दौरान हमलावर ने अपने लक्ष्य को हासिल नहीं किया. सैनिकों ने उसे उसके लक्ष्य तक पहुंचने से रोक दिया. हमने इसके पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है.

प्रत्यक्षदर्शियों ने सिन्हुआ को बताया कि मोगादिशु में दो अन्य विस्फोटों की आवाज सुनी गई, रंगरूट के भेष में आत्मघाती हमलावर ने पूर्व कैंडी फैक्ट्री के पास विस्फोट किया, जिसे चरमपंथियों ने पहले भी निशाना बनाया था. प्रत्यक्षदर्शी युसूफ हसन ने कहा, विस्फोटक जैकेट पहने आत्मघाती हमलावर ने सैन्य प्रशिक्षण शिविर के बाहर खुद को उड़ा लिया. वह युवाओं के एक समूह के साथ मिल गया था जो शिविर के प्रवेश द्वार पर भर्ती के लिए लाइन में खड़े थे.

अल-शबाब चरमपंथी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. शनिवार को हुए हमले से पहले 29 अक्टूबर को मोगादिशु में दो कार बम विस्फोट हुए थे, जिसमें 120 से अधिक लोग मारे गए थे और 300 से अधिक घायल हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी भी अल-शबाब ने ली थी और शिक्षा मंत्रालय और सोमालिया राजधानी में एक व्यस्त बाजार चौराहे को निशाना बनाया था. सरकारी अधिकारियों के अनुसार, हमले में मारे गए लोगों में कई बच्चे भी शामिल हैं, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने कड़ी निंदा की है.