सूडान में हजारों प्रदर्शनकारी सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए राजधानी खार्तूम में राष्ट्रपति भवन तक पहुंचने में कामयाब रहे। दरअसल, दिसंबर क्रांति की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर सभी लोग नागरिक शासन की मांग कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को भारी भीड़ खार्तूम, बहरी और ओमदुरमन शहरों को जोड़ने वाले तीन पुलों को पार करने में सफल रही।
रिपोर्ट में कहा गया कि प्रदर्शनकारियों ने सूडान की संक्रमणकालीन संप्रभु परिषद के अध्यक्ष अब्देल फत्ताह अल-बुरहान और संक्रमणकालीन प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक के बीच 21 नवंबर को हस्ताक्षरित राजनीतिक समझौते को खारिज कर दिया।
शनिवार शाम को पैदल खार्तूम पहुंचे गेजीरा और उत्तरी कोडरेफन राज्यों के प्रदर्शनकारियों ने भी प्रदर्शनों में हिस्सा लिया।
सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे अधिकांश प्रदर्शनकारी पीछे हट गए।
इस बीच, फोर्सेस ऑफ फ्रीडम एंड चेंज एलायंस, विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले नागरिक गठबंधन ने लोगों को सत्ता सौंपने तक प्रतिरोध जारी रखने का आह्वान किया।
सूडानी डॉक्टरों की समिति ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट में कहा कि प्रदर्शनों के दौरान एक प्रदर्शनकारी मारा गया और लगभग 80 अन्य घायल हो गए।
सूडानी सशस्त्र बलों के जनरल कमांडर अब्देल फतह अल-बुरहान द्वारा 25 अक्टूबर को आपातकाल की स्थिति घोषित करने और संप्रभु परिषद और सरकार को भंग करने के बाद देश एक राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है।
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Source : IANS