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आर्थिक रूप से कंगाल श्रीलंकाई नौसेना ने 4 भारतीय मछुआरों को किया गिरफ्तार

गंभीर आर्थिक संकट से जूंझ रही श्रीलंका की नौसेना ने अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के कथित उल्लंघन के आरोप में कच्चा तिवू के पास मंगलवार तड़के चार भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया.

Updated on: 29 Mar 2022, 02:59 PM

highlights

  • सभी मछुआरों की नौका किया जब्त
  • 45 मछुआरे पहले से हैं जेल में बंद
  • जब्त नौका को किया जा रहा नीलाम

नई दिल्ली:

गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रही श्रीलंका की नौसेना ने अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के कथित उल्लंघन के आरोप में कच्चा तिवू के पास मंगलवार तड़के चार भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया. तमिलनाडु के मछुआरे संगठनों ने आरोप लगाया है कि श्रीलंकाई नौसेना ने मछुआरों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक मशीनीकृत नौका को भी जब्त कर लिया है. मछुआरा संगठनों और मछुआरों के परिवार तमिलनाडु के भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी और हिरासत के खिलाफ मंडपम और रामनाथपुरम में पिछले दो दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

45 मछुआरे अब भी हैं जाफना के जेल में बंद
जनवरी से अब तक श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 87 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया है. जबकि 42 मछुआरे भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद रिहा किए गए थे, बाकी अभी भी श्रीलंका के जाफना की जेलों में बंद हैं. मछुआरा संगठनों और मछुआरों के परिवार तमिलनाडु के भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी और हिरासत के खिलाफ मंडपम और रामनाथपुरम में पिछले दो दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

श्रीलंकाई नौसेना नौका की कर रही है नीलामी
तमिलनाडु के मछुआरा संघ के नेता एस.जे. येसुदास ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि तमिलनाडु के मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा नियमित रूप से गिरफ्तार किया जाता है और भारत सरकार और तमिलनाडु सरकार दोनों चुप हैं. उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना ने पहले मौकों पर मछुआरों की मशीनीकृत नौकाओं को जब्त किया है और अब एक और मछली पकड़ने वाली नौका को भी जब्त किया गया है. मछुआरों के नेता ने कहा कि श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा स्थानीय समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर नेताओं की नीलामी की जा रही है.

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रामेश्वरम की एक मछुआरन मैरी जोसेफ ने आईएएनएस को बताया कि यहां स्थिति बहुत खराब है और हमारे मछुआरे श्रीलंकाई नौसेना के हमले के डर से समुद्र में जाने से कतरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और इस मुद्दे को हमेशा के लिए समाप्त करना चाहिए.