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Sri Lanka 2023 में हाथियों की करेगा गणना, 12 साल बाद होगी गिनती

श्रीलंका के वन्यजीव और वन संसाधन संरक्षण मंत्रालय ने 2023 में हाथियों की आबादी पर एक नई देशव्यापी जनगणना करने का फैसला किया है. संसद की मीडिया इकाई ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संसद परिसर में वन्यजीव और वन संसाधन संरक्षण पर मंत्रिस्तरीय सलाहकार समिति की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया. बयान में कहा गया है कि हाथियों की ताजा गणना की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि पिछली जनगणना को करीब 12 साल बीत चुके हैं.

Updated on: 18 Nov 2022, 05:07 PM

कोलंबो:

श्रीलंका के वन्यजीव और वन संसाधन संरक्षण मंत्रालय ने 2023 में हाथियों की आबादी पर एक नई देशव्यापी जनगणना करने का फैसला किया है. संसद की मीडिया इकाई ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संसद परिसर में वन्यजीव और वन संसाधन संरक्षण पर मंत्रिस्तरीय सलाहकार समिति की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया. बयान में कहा गया है कि हाथियों की ताजा गणना की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि पिछली जनगणना को करीब 12 साल बीत चुके हैं.

मानव-हाथी संघर्ष को कम करने के लिए एक दीर्घकालिक कार्यक्रम के तहत हाथियों की पूरी जनगणना की जाएगी. बैठक में मौजूद सांसदों ने बताया कि बयान के अनुसार, दक्षिण एशियाई देश में हाथी-मानव संघर्ष बिगड़ रहा है. बैठक में यह बात सामने आई कि देश में मौजूदा 16 प्रमुख हाथी कॉरिडोर ज्यादातर लोगों की अवैध बस्तियों के कारण अवरुद्ध हो गए हैं.

बयान में आगे कहा गया है कि हाथी-मानव संघर्ष की घटनाओं को कम करने के प्रयास के तहत हाथी गलियारे को अवरुद्ध करने वाली बाधाओं को हटा दिया जाएगा. डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के अनुसार, 19वीं सदी की शुरूआत के बाद से श्रीलंकाई हाथियों की आबादी में लगभग 65 प्रतिशत की गिरावट आई है. आज, श्रीलंका के कानून के तहत हाथी की रक्षा की जाती है और हाथी को मारने पर मौत की सजा दी जाती है.